जीएसवीएम की पांच सदस्सीय टीम पहुंची मैकराबर्ट अस्पताल, मल्टी स्पेशलिटी ब्लाक की संभावनाएं देखीं
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि डा. सौरभ अग्रवाल डा. मनीष सिंह एवं डा. यशवंत राव की पांच सदस्यीय टीम सुबह 10 बजे सिविल लाइंस स्थित मैकराबर्ट अस्पताल गई थी। प्रशासन की तरफ से एसीएम प्रथम राकेश कुमार एवं तहसीलदार वहां पहुंचे थे।
कानपुर, जागरण संवाददाता। सिविल लाइंस स्थित मैकराबर्ट अस्पताल में मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल के निर्माण से लेकर व्यवस्था एवं संचालन का जिम्मा जीएसवीएम मेडिकल कालेज को शासन से मिला है। गुरुवार को मेडिकल कालेज के प्राचार्य, उप प्राचार्य समेत विशेषज्ञों एवं प्रशासन के प्रतिनिधियों ने वहां जाकर मल्टी स्पेशलिटी ब्लाक के निर्माण की संभावनाएं देखीं। मैकराबर्ट अस्पताल के भवन का निरीक्षण कर गुणवत्ता भी देखी। उसके उपरांत लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) से भवन की गुणवत्ता का मूल्यांकन कराने के लिए पत्र लिखा है।
जीएसवीएम मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला, उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरि, डा. सौरभ अग्रवाल, डा. मनीष सिंह एवं डा. यशवंत राव की पांच सदस्यीय टीम सुबह 10 बजे सिविल लाइंस स्थित मैकराबर्ट अस्पताल गई थी। जिला प्रशासन की तरफ से एसीएम प्रथम राकेश कुमार एवं तहसीलदार वहां पहुंचे थे। मेडिकल कालेज एवं प्रशासन की टीम ने अस्पताल के भवन एवं भूमि का जायजा लिया। इस दौरान ट्रस्ट के लिपिक भी वहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि कुछ भूमि नजूल की है, जबकि शेष ट्रस्ट की है। इस पर एसीएम-प्रथम राकेश कुमार ने कहा कि हाईकोर्ट ने ट्रस्ट को खत्म कर दिया है। हाईकोर्ट के आदेश पर भूमि जिला प्रशासन को मिली है। इसलिए अब कोई दावा नहीं है।
अस्पताल में 16 एकड़ भूमि: अस्पताल के पास लगभग 16 एकड़ भूमि है। इसके कुछ हिस्से में अस्पताल का भवन है। भवन की स्थिति का मूल्यांकन पीडब्ल्यूडी से कराने के लिए पत्र लिखा गया है। अगर भवन मजबूत स्थिति में होगा तो उसका इस्तेमाल किया जाएगा। नहीं तो कैबिनेट की अनुमति से ध्वस्त कराकर नए सिरे से अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा।
मेडिकल कालेज का होगा एक्सटेंशन: जीएसवीएम मेडिकल कालेज का एक्सटेंशन ब्लाक होगा। यहां मेडिसिन, सर्जरी, स्त्री एवं प्रसूति रोग एवं बाल रोग विभाग की यूनिटें होंगी। इसके अलावा जरूरत के हिसाब से सुपर स्पेशलिटी विभाग भी खोले जाएंगे।
बोले जिम्मेदार: मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का प्रोजेक्ट 50 करोड़ रुपये से अधिक का है। इसलिए मंडलायुक्त ने एचएलएल इंफ्राटेक लिमिटेड से पूरे प्रोजेक्ट का प्रस्ताव तैयार कराने का निर्देश दिया है। इसके लिए एलएलएल के प्रोजेक्ट इंजीनियर को बुलाकर उनसे बात की गई है।- प्रो. रिचा गिरि, उप प्राचार्य, जीएसवीएम मेडिकल कालेज।