शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना के घोटाले में बड़ी कार्रवाई, तहसीलदार और 19 लेखपालों पर होगा मुकदमा

शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में घोटाले के मामले में तहसीलदार पर गलत तरीके से जांच कर 10 लेखपालों को बहाल कराने का आरोप है। अब उन्नाव जिले में तैनात तहसीलदार अतुल सचान के निलंबन की संस्तुति की गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 09:44 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 09:44 AM (IST)
शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना के घोटाले में बड़ी कार्रवाई, तहसीलदार और 19 लेखपालों पर होगा मुकदमा
तहसीलदार के निलंबन की संस्तुति की गई है।

कानपुर, जेएनएन। शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में हुए घोटाले में 19 लेखपालों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। सदर तहसील के तहसीलदार रहे अतुल सचान (उन्नाव में तैनात) पर भी एसडीएम को गुमराह कर 10 लेखपालों को बहाल कराने के आरोप में मुकदमा होगा। डीएम ने इस कार्रवाई के आदेश दिए हैं। तहसीलदार के विरुद्ध निलंबन की संस्तुति अध्यक्ष राजस्व परिषद को की है। दैनिक जागरण ने इन योजनाओं में हुए घोटाले को उजागर किया था।

शादी अनुदान और पारिवारिक लाभ योजना में छह करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला हुआ है। पारिवारिक लाभ योजना में 1106 लाभार्थियों और शादी अनुदान के 702 लाभार्थियों के पते नहीं मिले। 409 लोग अपात्र पाए गए। हालांकि 19 लेखपालों को फिलहाल 409 अपात्रों के मामले में ही निलंबित किया गया। आठ कानूनगो पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। दो पूर्व नायब तहसीलदार (अब तहसीलदार हैं), एक तहसीलदार (अब एसीएम टू) , पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के दो उपनिदेशक, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की उपनिदेशक व अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की संस्तुति डीएम ने की थी। जिनके पते नहीं मिले, उनकी दोबारा जांच डीएम द्वारा कराई जा रही है। सदर तहसील में तहसीलदार रहे अतुल सचान पर भी इस अनियिमतता में शामिल होने का आरोप लगा था। उन्हें भी एसडीएम दीपक पाल ने नोटिस दिया था। हालांकि निलंबित लेखपालों के विरुद्ध जांच भी उन्हीं को दे दी गई।

तत्कालीन तहसीलदार अतुल सचान ने पहले चार लेखपालों को यह कहते हुए बहाल कराया कि उन्होंने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है, इसलिए उन्हें आरोप मुक्त किया जाता है। पिछले हफ्ते उनका तबादला हो गया, लेकिन कार्यभार छोडऩे से पहले अतुल ने छह और लेखपालों को इसी आधार पर बहाल करने की संस्तुति की और एसडीएम को गुमराह कर बहाल करा दिया। शनिवार को जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति की बैठक में यह मुद्दा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने उठाया तो एमएलसी सलिल विश्नोई ने भी भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई के लिए कहा। अध्यक्ष एवं सांसद अशोक रावत ने डीएम को कार्रवाई के आदेश दिए। अब लेखपालों पर मुकदमा होगा और जो बहाल किए गए हैं, उनकी बहाली का आदेश रद किया जाएगा।

इन पर होगा मुकदमा : लेखपाल हरनारायन दुबे, अश्विनी कुमार, आलोक कुमार, स्नेह हंस शुक्ल, नीतू त्रिपाठी, हरिश्चंद्र विश्वकर्मा, पीयूष ङ्क्षसह, आशीष यादव, प्रीती दीक्षित, सुशील कुमार, अजय कुशवाहा, सुजीत कुशवाहा, गुलाब सिंह, देवेंद्र वाजपेयी, प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, दिलीप सचान, धर्मपाल, अरविंद तिवारी, रामखिलावन भारतीय पर मुकदमा होगा।

-तहसीलदार ने गलत जांच के आधार पर लेखपालों को बहाल कराया है। ऐसे में उनके विरुद्ध मुकदमा तो होगा ही, निलंबन की संस्तुति भी कर दी है। 19 लेखपालों के विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। -आलोक तिवारी, डीएम कानपुर

chat bot
आपका साथी