इटावा सफारी की कोरोना संक्रमित शेरनी जेनिफर व गौरी की हालत में सुधार नहीं, खाना भी छोड़ा

इटावा सफारी पार्क में बीमार पड़ीं शेरनियों की हालत अभी स्थिर बनी हुई है। उपचार के लिए देश के सभी जगह के पुश चिकित्सक विशेषज्ञों से सलाह ली जा रही है और ग्लूकोज की ड्रिप लगातार चढ़ाई जा रही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:59 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 01:59 PM (IST)
इटावा सफारी की कोरोना संक्रमित शेरनी जेनिफर व गौरी की हालत में सुधार नहीं, खाना भी छोड़ा
इटावा सफारी पार्क में कोरोना की चपेट में आईं शेरनी।

इटावा, जेएनएन। पिछले दस दिन से बीमार चल रही इटावा सफारी पार्क की शेरनी जेनिफर व गौरी की हालत में अभी भी सुधार नहीं है। दोनों शेरनी ने खाना छोड़ दिया है। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से इनकी हालत लगातार बिगड़ी हुई है। शेरनी केवल पानी व सूप पी रही हैं। खाना न खाना सफारी पार्क प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। कानपुर चिडिय़ाघर के डा. आरके सिंह की निगरानी में लगातार इनका इलाज किया जा रहा है। ग्लूकोज की बोतल भी चढ़ाई जा रही है और देश के अलग-अलग हिस्से से वन्य जीव विशेषज्ञों से सलाह भी ली जा रही है।

इटावा सफारी पार्क में पिछले तीन दिन से बीमार पड़ीं शेरनी गौरी व जेनिफर की हालत में सोमवार को भी कोई खास सुधार नहीं हुआ। कोरोना संक्रमित इन शेरनियों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है। जिस अस्पताल में दोनों शेरनी का इलाज चल रहा है, उसमें लगे हुए कर्मचारियों को बाहर जाने की इजाजत नहीं है। ब्रीडिग सेंटर में तैनात एक कीपर को हटा दिया गया है, जो करीब 20 दिन पहले कोरोना संक्रमित हुआ था। माना जा रहा है कि कहीं उसकी वजह से शेरनियों को कोरोना का ट्रांसमिशन तो नहीं हुआ है। शेरनियों के संक्रमित होने के बाद इटावा सफारी पार्क में सतर्कता बढ़ा दी गई है। कानपुर चिड़ियाघर के डॉ. आरके सिंह, बायोलॉजिस्ट सुयश सचान, कीपर आरिफ के साथ शेरनी का इलाज कर रहे हैं।

शनिवार को सफारी पार्क के 85 कर्मचारियों की जांच में पांच लोग पॉजिटिव पाए गए थे। सोमवार को दो लोग और पॉजिटिव आ गए। इनमें पूर्व में रह चुके डॉ. गौरव श्रीवास्तव जो एक दिन के लिए एक सप्ताह पूर्व सफारी आए थे व कर्मचारी जितेंद्र सिंह संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी कर्मचारियों को हटाकर होम आइसोलेट कर दिया गया है। सफारी में मीट देने वाले कर्मचारी का भी टेस्ट कराया गया है। दोनों शेरनियों को ग्लूकोज की बोतल लगाई जा रहीं हैं। सफारी के निदेशक केके सिंह, उपनिदेशक सुरेश चंद राजपूत लगातार तीन शिफ्टों में अस्पताल का दौरा कर रहे हैं और शेरनी के इलाज का जायजा ले रहे हैं। इलाज को लेकर सरकार द्वारा दी गई गाइड लाइन का पूरा पालन किया जा रहा है। दोनों शेरिनयों की हालत अभी स्थिर बनी हुई है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के द्वारा आइबीआरआइ बरेली, वेटनरी विश्वविद्यालय मथुरा सहित वन्य जीव विशेषज्ञों से परामर्श लिया जा रहा है। दोनों शेरनी का कोरोना का इलाज किया जा रहा है। अभी दोनों को हल्का खाना दिया जा रहा है। -केके सिंह, निदेशक इटावा सफारी पार्क

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