कोरोना के बढ़ते मामलों से फिर मंदी के मुहाने पर उद्योग, रद हो रहे फैशन शूज व सैडलरी के ऑर्डर
यूरोपीय देशों से फैशन शूज व सैडलरी के ऑर्डर रद हो रहे हैं जिससे कानपुर व आसपास के चर्म उत्पादकों को तगड़ा झटका लगा है। यूरोपीय देशों से आने वाली फ्लाइट भी रोक दी गई है जिसका असपर भी पड़ रहा है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते यूरोपीय देशों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। वहां से आने वाली फ्लाइट भी रोक दी गई हैैं। इसका असर चर्म उद्योग पर पडऩा शुरू हो गया है। यूके, इटली, फ्रांस, पोलैंड और यूक्रेन समेत अन्य यूरोपीय देशों ने फैशन शूज व सैडलरी के ऑर्डर रद करने शुरू कर दिए हैं।
अभी पिछले लॉकडाउन से लेकर अनलॉक तक शहर के कई चर्म उद्यमियों के पांच सौ से छह सौ करोड़ रुपये पहले ही इन देशों में फंसे हैं। दोबारा कोरोना के सिर उठाने से हालात खराब होते जा रहे हैं। आयात निर्यात विशेषज्ञ जफर फिरोज ने बताया कि कुछ यूरोपीय देशों में लॉकडाउन लग गया है, जबकि कई में लगने की आशंका है। ऐसी स्थिति में विदेशी ग्राहकों ने माल लेना बंद कर दिया है। पहले भेजा गया माल भी अभी नहीं बिका है। अगर दो माह तक ऐसे ही हालात रहे तो चर्म उद्योग को तगड़ा झटका लगना तय है। इससे उद्योग का अपने पैरों पर खड़ा होना काफी मुश्किल होगा।
उद्योग से जुड़ी खास बातें
फैशन शूज यूनिट : 80
टर्नओवर : 900 करोड़
सैडलरी यूनिट : 450
टर्नओवर : साढ़े छह सौ करोड़
-फ्रांस, जर्मनी, स्पेन, यूके व इटली आदि देशों में: 65 फीसद निर्यात
- विभिन्न चर्म उत्पाद बनाने वाले : 800 निर्यातक
- विदेशी टर्नओवर : 8000 करोड़ प्रतिवर्ष पहले चर्म उत्पाद हवाई जहाज से विदेशी ग्राहकों तक पहुंचते थे, जिसमें कम समय लगता था। कोरोना काल में यह माल शिप से जाने लगा, जिसमें अधिक समय व पैसा लग रहा है। अनलॉक के बाद ऐसा लगा कि अब सब कुछ सामान्य हो जाएगा। कोरोना की दूसरी लहर का असर पडऩे लगा है ऑर्डर कैंसिल हो रहे हैं। करीब 25 फीसद ऑर्डर कैंसिल हो गए हैं। - फराज आलम, सैडलरी उद्यमी उम्मीद थी कि वैक्सीन आने के बाद सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन उद्योग को लेकर जो संकेत मिल रहे हैं वह अच्छे नहीं हैं। ऑर्डर रद होने लगे हैं। अगर यह स्थिति अधिक समय तक रही तो उत्पादन रुक जाएगा। - असद ईराकी, काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट के कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन सैडलरी