मैनपुरी जेल से कड़ी सुरक्षा में फर्रुखाबाद लाया गया बसपा नेता अनुपम दुबे, कोर्ट में हुई पेशी

फर्रुखाबाद में 26 वर्ष पहले इंस्पेक्टर और ठेकेदार की हत्या के मामले में आरोपित अनुपम दुबे को मंगलवार को धमकी देने के मामले में कोर्ट में पेशी के लिए मैनपुरी जेल से लाया गया। पुलिस ने उसपर रासुका की कार्रवाई भी की है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 01:56 PM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 01:56 PM (IST)
मैनपुरी जेल से कड़ी सुरक्षा में फर्रुखाबाद लाया गया बसपा नेता अनुपम दुबे, कोर्ट में हुई पेशी
फर्रुखाबाद कोर्ट में पेशी पर लाया गया आरोपित अनुपम दुबे।

फर्रुखाबाद, जेएनएन। थानेदार और ठेकेदार की हत्या के मामले में आरोपित अनुपम दुबे को मंगलवार को पुलिस कड़ी सुरक्षा में मैनपुरी जेल से फर्रुखाबाद अदालत परिसर लेकर आई। यहां पर उसकी न्यायालय में पेशी कराई गई है। इस दौरान अदालत परिसर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए। उसके पेशी पर आने से पहले से ही परिसर में पुलिस तैनात कर दी गई थी।

बीती 14 मई 1996 में कन्नौज की गुरसहायगंज कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रामनिवास यादव की कानपुर के अनवरगंज क्षेत्र में ट्रेन के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस वारदात में बसपा नेता अनुपम दुबे का नाम प्रकाश में आया था। 26 वर्ष बाद भी अनुपम दुबे न्यायालय में हाजिर नहीं हुआ तो 13 जुलाई को उसके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी हुआ था। पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई शुरू की तो 14 जुलाई को 25 वर्ष पुराने पीडब्ल्यूडी ठेकेदार शमीम हत्याकांड में अनुपम दुबे ने फर्रुखाबाद न्यायालय में समर्पण कर दिया था। कोर्ट ने उसे जेल भेजने का आदेश दिया था। वहीं स्थानीय वर्चस्व के कारण कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर उसे 02 अगस्त को मैनपुरी जिला जेल भेज दिया गया था। 14 सितंबर को अनुपम दुबे को मैनपुरी जिला जेल से न्यायालय में पेशी पर लाया गया था।

इसके बाद अनुपम दुबे के खिलाफ धमकी देने का एक मुकदमा मोहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के नकटपुर निवासी रक्षपाल सिंह यादव ने और दूसरा मुकदमा जनपद कन्नौज के छिबरामऊ थाना क्षेत्र के बस्तीराम निवासी राजेश सिंह चौहान ने दर्ज कराया था। इन मामलों में न्यायालय से वारंट जारी होने पर मंगलवार को अनुपम दुबे को पर लाया गया। पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच मैनपुरी जेल से आरोपित अनुपम दुबे को पेशी के लिए फर्रुखाबाद अदालत लेकर आई। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक अनुपम दुबे के खिलाफ संगीन अपराधों के 43 मुकदमे दर्ज हैं। दो दिन पहले जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह की ओर से बसपा नेता अनुपम दुबे के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की कार्रवाई की गई। फतेहगढ़ कोतवाली प्रभारी जयप्रकाश पाल ने मैनपुरी जेल जाकर अनुपम दुबे पर रासुका तामील कराई थी। पुलिस अब उसके करीबियों की भी सूची तैयार करके कार्रवाई करने की तैयारी में है। बसपा नेता को मंगलवार को न्यायालय में लाया गया तो समर्थक नजर नहीं आए।

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