ट्रांसफार्मर के लिए किसान लगा रहे विभाग के चक्कर, जिनकी सेटिंग उनका वेटिंग होने के बाद भी हो जाता है काम

बिजली विभाग की लापरवाही के चलते पुरवा ब्लॉक के ग्राम मिर्जापुर सुम्हारी में नलकूप के लिए दो वर्ष पूर्व कराए गए कनेक्शन के बाद भी ट्रांसफार्मर नहीं लग सका है। अनिल मिश्रा व राजेंद्र ने बताया दो वर्ष पूर्व नलकूप के लिए कागजी कार्रवाई पूरी कर कनेक्शन लिया था

By Moris SamuelEdited By: Publish:Thu, 05 Nov 2020 03:49 PM (IST) Updated:Thu, 05 Nov 2020 03:49 PM (IST)
ट्रांसफार्मर के लिए किसान लगा रहे विभाग के चक्कर, जिनकी सेटिंग उनका वेटिंग होने के बाद भी हो जाता है काम
खेत पर नलकूप का ट्रांसफार्मर लगाने में विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे

कानपुर, जेएनएन। जिले में किसानों को खेत पर नलकूप का ट्रांसफार्मर लगाने में विभाग के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। चार सैकड़ा से अधिक नलकूप के ट्रांसफार्मर वेटिंग में लटके हैं। वहीं जिनकी बिजली विभाग में सेटिंग है उनके खेत पर ट्रांसफार्मर वेटिंग लिस्ट के बाद भी लग रहा है। इसी का नतीजा है कि बीघापुर में 13 किसानों के खेत पर ट्रांसफार्मर लगा दिए गए और विभाग को पता नहीं लगा। उच्च स्तर से जांच होने पर पूरा खेल खुलकर सामने आया।

अन्नदाताओं को खुशहाल बनाने के लिए योजनाओं को लाया जा रहा है। वहीं, उनकी इस मंशा और अन्नदाता की खुशहाली में सबसे बड़ा बाधक बिजली विभाग के अधिकारी बने हुए हैं। विभागीय आंकड़ों की मानें तो मौजूदा समय में जिले के 400 से अधिक ऐसे किसान हैं जो खेतों की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल कनेक्शन चाहते हैं लेकिन विभागीय अधिकारी उन्हेंं कभी ट्रांसफार्मर उपलब्ध न होने की बात कहकर वापस कर दे रहा, तो कभी इंसुलेटर और कंडक्टर न होने का रोना रोकर चलता कर देते हैं। ऐसे में किसान ट्यूबवेल कनेक्शन के लिए लगने वाली जमानत राशि जमा करने के बाद भी महीनों से विभागीय अधिकारियों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

बिजली विभाग की लापरवाही के चलते पुरवा ब्लॉक के ग्राम मिर्जापुर सुम्हारी में नलकूप के लिए दो वर्ष पूर्व कराए गए कनेक्शन के बाद भी ट्रांसफार्मर नहीं लग सका है। गांव के अनिल मिश्रा व राजेंद्र शुक्ला ने बताया कि दो वर्ष पूर्व नलकूप के लिए कागजी कार्रवाई पूरी कर कनेक्शन लिया था, लेकिन दो वर्ष बाद भी ट्रांसफार्मर नही लगाया। अनिल कुमार ने बताया कि जेई लेकर अधिशासी अभियंता कार्यालय तक दर्जनों शिकायतें की। साथ ही ऊर्जा मंत्री के कार्यालय में भी शिकायत दर्ज कराई लेकिन समस्या का निस्तारण अभी तक नहीं हो सका। इसी तरह नवाबगंज में भी किसानों को ट्रांसफार्मर नहीं मिल रहा है। बीघापुर में 220 किसान ट्रांसफार्मर के लिए परेशान हैं। यहां पर विभागीय खेल किसानों को परेशान किए हुए हैं। 

लाइन बिछाने और ट्रांसफार्मर के लिए चक्कर लगा रहे किसान

बीघापुर की 67 ग्राम पंचायतों में किसान खेत तक लाइन बिछाने और ट्रांसफार्मर के लिए चक्कर लगा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक जिसकी सेटिंग हो जाती है, उससे तीन से चार हजार रुपये लेकर लाइन बिछा दी जाती है। जबकि, लाइन बिछाने के लिए विभाग की तरफ से कार्रवाई नहीं होती है। किसानों को ही लाइन बिछाने के लिए पैसा देना पड़ रहा है।

कोरोना काल के चलते योजनाओं पर झटका लगा है। जिन किसानों ने योजना के तहत ट्रांसफार्मर के लिए आवेदन किया था उस पर अभी कोई निर्देश शासन से नहीं आया है। ट्रांसफार्मर कब तक किसानों को मिलेंगे, यह अभी कहना मुश्किल है। योजना से इतर जो किसान ट्रांसफार्मर के लिए आवेदन कर चुके हैं, उन्हेंं ट्रांसफार्मर व अन्य सामान दिया हैै।

मनोज शर्मा, अधीक्षण अभियंता ट्रांसफार्मर

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