फतेहपुर में खाद न मिलने से परेशान था किसान का बेटा, लाइन में खड़े-खड़े खाया जहर
थरियांव थाने के रामपुर इमादपुर निवासी रामकिशोर अवस्थी का 28 वर्षीय बेटा कृष्ण कुमार गुरुवार को सीतापुर सहकारी समिति खाद लेने गया था। वहां किसानों की भीड़ में वह लाइन में लगा रहा लेकिन खाद नहीं मिली जिससे वापस लौट गया।
फतेहपुर, जागरण संवाददाता। हसवा विकास खंड के सीतापुर मजरे रामपुर थरियांव सहकारी समिति में दूसरे दिन लंबी लाइन में लगे किसान के बेटे को खाद न मिलने से क्षुब्ध होकर उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। आनन फानन स्वजन उसे जिला अस्पताल लेकर चले गए। जहां उसका इलाज चल रहा है। घटना सुनकर समिति कर्मचारियों ने पीड़ित के चाचा को तुंरत तीन बोरी डीएपी खाद मुहैया करा दी।
थरियांव थाने के रामपुर इमादपुर निवासी रामकिशोर अवस्थी का 28 वर्षीय बेटा कृष्ण कुमार गुरुवार को सीतापुर सहकारी समिति खाद लेने गया था। वहां किसानों की भीड़ में वह लाइन में लगा रहा लेकिन खाद नहीं मिली जिससे वापस लौट गया। शुक्रवार सुबह फिर वह खाद लेने समिति पहुंचा। बताते हैं कि लंबी लाइन लाइन लगी थी जिससे आजिज होकर कृष्ण कुमार ने जहरीला पदार्थ खाकर जान देने का प्रयास किया। घटना को देखकर समिति कर्मचारियों ने आनन फाननन कृष्ण कुमार के चाचा चंद्रकिशोर को तीन बोरी डीएपी मुहैया करा दी। चाचा ने बताया कि भतीजा हाईकोर्ट में एक अधिवक्ता के साथ प्रैक्टिस करता है। रमेश, अजय, रामप्रसाद ने बताया कि खाद की समस्या को लेकर इस समय किसान परेशान हैं। सहकारी व सघन समितियों के बाहर प्रतिदिन किसानों की लाइन लग रही है। कई बाद पूरा दिन लाइन में लगे होने के बाद भी खाद नहीं मिलती है और मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है।
नियमानुसार ही दे रहे हैं डीएपी खाद: सहकारी समिति के सचिव त्रिभुवन मौर्य ने बताया कि आधारकार्ड देखकर अंगूठा लगवाने के बाद लाइन में लगे किसानों को नियमानुसार ही खाद दी जा रही है। कोई किसान सुबह आ जाता है तो उसे तुरंत खाद मिल जाती है लेकिन जो दोपहर बाद आएगा तो उसका नंबर आने पर ही खाद दी जा रही है, अन्य आरोप दबाव बनाने के लिए लगाए जा रहे हैं।