उन्नाव: यह कैसी लापरवाही ! मुंडन के बाद बेटी को मंदिर में भूलकर घर लौटा परिवार, हैरान कर देगी वजह
सोमवार को एकादशी के अवसर फतेहपुर जनपद के कल्याणपुर थाना के बडौरी निवासी रवि प्रसाद स्वजन के साथ अपनी तीन वर्षीय पुत्री श्रेया का मुंडन संस्कार कराने के लिए बक्सर स्थित शक्तिपीठ मां चंद्रिका जी के मंदिर आए थे।
उन्नाव, जेएनएन। जनपद में सोमवार को हद दर्जे की लापरवाही का नमूना देखने को मिला। दरअसल, एकादशी अवसर पर फतेहपुर से बच्ची का मुंडन कराने के लिए आया परिवार खुशियों में इतना मशगूल हो गया कि उन्हें बच्ची को वापस ले जाना ही याद न रहा। मामला तहसील बीघापुर के बक्सर स्थित शक्तिपीठ माता चंद्रिका देवी मंदिर का है। परिवार के वहां से जाने के बाद जब उन्हें बच्ची नहीं दिखी तब वे काफी घबरा गए और लगभग चार घंटे बाद बच्ची स्वजन को मिल सकी।
यह है पूरा मामला: सोमवार को एकादशी के अवसर फतेहपुर जनपद के कल्याणपुर थाना के बडौरी निवासी रवि प्रसाद स्वजन के साथ अपनी तीन वर्षीय पुत्री श्रेया का मुंडन संस्कार कराने के लिए बक्सर स्थित शक्तिपीठ मां चंद्रिका जी के मंदिर आए थे। मंदिर में मुंडन, पूजन व दर्शन के उपरांत परिजन श्रेया को मंदिर में ही भूल गए चले गए। स्थानीय दुकानदारों की नजर जब श्रेया पर पड़ी तो उन्होंने बच्ची को अपने पास बुलाकर दुकान पर ही बिठाया। बच्ची के रोने के दौरान दुकानदार उसे खिला-पिला कर बहलाते रहे।
पुलिस को दी सूचना: दुकानदारों ने उक्त बच्ची के संबंध में बक्सर स्थित पुलिस चौकी में सूचना दी। चौकी पुलिस भी अपने स्तर से उक्त बच्ची के संबंध में जानकारी कराने का प्रयास करते रहे। स्वजन जब अपने घर पहुंचे तो बिटिया को नहीं देखा तो घबरा गए और तत्काल श्रेया की खोजबीन में जुट गए। आनन-फानन बिटिया की खोजबीन शुरू तो हो गई, लेकिन बेटी का कहीं पता नहीं चल रहा था। इस पर स्वजन पुन: चंद्रिका देवी मंदिर पहुंचे। जहां स्थानीय दुकानदारों के साथ चौकी पुलिस भी मौजूद थी। चौकी पुलिस ने स्वजन से पूछताछ करके उसको माता-पिता को सौंप दिया।
परिवार ने बताई वजह: बेटी को मंदिर लेने आए परिवार वालों को पुलिस ने लापरवाही पर फटकार लगाई। इसके बाद बेटी के स्वजन ने कहा कि हरदोई जाने के लिए जल्दबाजी में बेटी को भूल गए। इतना कहकर परिवार ने दुकानदारों को धन्यवाद निवेदित किया। साथ ही बेटी को लेकर घर रवाना हो गए।