कानपुर में अप्रैल से ही चल रही थी सेंट्रल स्टेशन पर फर्जी ट्रेनिंग, पुलिस की जांच में सामने आए ये तथ्य

महाराजगंज गढ़वा फरिदा निवासी आकाश यादव व प्रयागराज के बैजनाथ का पुरवा निवासी मोहम्मद शमीम ने बताया कि वे लोग इसी वर्ष अप्रैल से सेंट्रल स्टेशन पर नौकरी कर रहे थे। छह जून को दोनों पांच दिन का अवकाश लेकर अपने घर गए थे।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 02:36 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 02:36 PM (IST)
कानपुर में अप्रैल से ही चल रही थी सेंट्रल स्टेशन पर फर्जी ट्रेनिंग, पुलिस की जांच में सामने आए ये तथ्य
आरोपितों की तलाश में चार टीमें चंदौली, हरिद्वार, रुड़की और इटावा भेजी गई हैं

कानपुर, जेएनएन। रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगे गए दो और युवक सामने आए हैं। उनका कहना है कि वे अप्रैल से सेंट्रल स्टेशन पर नौकरी कर रहे थे। इससे आशंका जताई जा रही है कि फर्जी ट्रेनिंग का खेल अप्रैल से चल रहा था। इन युवकों के मुताबिक नौकरी के नाम पर दो-दो लाख रुपये वसूले गए थे। शेष रुपये प्रशिक्षण के बाद पूरा होने के बाद देने पर रजामंदी बनी थी। पुलिस ने दोनों युवकों को गवाह बनाया है। आरोपितों की तलाश में छापेमारी भी की जा रही है। गिरोह का सरगना रुद्र प्रताप का साथी राकेश भट्ट घर में ताला डालकर परिवार के साथ फरार है। महाराजगंज, गढ़वा, फरिदा निवासी आकाश यादव व प्रयागराज के बैजनाथ का पुरवा निवासी मोहम्मद शमीम ने बताया कि वे लोग इसी वर्ष अप्रैल से सेंट्रल स्टेशन पर नौकरी कर रहे थे। छह जून को दोनों पांच दिन का अवकाश लेकर अपने घर गए थे। सोमवार से ड्यूटी पर आना था। रविवार को जब सेंट्रल पहुंचे तो पूरे मामले की जानकारी हुई। उधर जीआरपी प्रभारी अजीत कुमार ङ्क्षसह ने बताया कि आरोपितों की तलाश में चार टीमें चंदौली, हरिद्वार, रुड़की और इटावा भेजी गई हैं।

उधार लेकर नौकरी के लिए दिए थे रुपये : महाराजगंज के रहने वाले आकाश यादव को जब पता चला कि उसके साथ नौकरी के नाम पर ठगी हुई है तो वह रोने लगा। उसने जीआरपी प्रभारी से कहा कि वह लुट गया है। आधे रुपये नगद बाकी अपने एक रिश्तेदार के खाते से नौकरी के लिए दिए थे। हाजिरी रजिस्टर में अवकाश की इंट्री करने के बाद घर गए थे। मोहम्मद शमीम ने बताया कि वह अप्रैल से सुपरवाइजर का काम देख रहे थे। हाजिरी भरने वाले शिवनारायण को अवकाश का प्रार्थना पत्र देकर घर गए थे।

जल्द होगा पर्दाफाश पूरे प्रकरण का जल्द पर्दाफाश होगा। नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के कई अन्य लोग भी शिकार हुए हैं। कितने लोग ठगे गए हैं, इसका धीरे-धीरे पर्दाफाश हो रहा है। सरगना की भी जल्द गिरफ्तारी होगी। - कमरुल हसन, डिप्टी एसपी, जीआरपी 

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