कानपुर में जाली स्टांप और टिकट के मामले की जांच में अब तक नहीं लगा ठाेस सुराग, मास्टरमाइंड की तलाश जारी
पुलिस अब तक लखनऊ और भागलपुर में रहकर काम करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड को नहीं तलाश पाई है। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि कुछ मोबाइल नंबरों पर काम चल रहा है। सटीक सुराग मिलने पर धर पकड़ की जाएगी।
कानपुर, जेएनएन। बर्रा में जाली स्टांप और नोटरी टिकट बरामदगी व चार आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के बाद पुलिस मामले को पूरी तरह से भूल गई है। पुलिस अब तक लखनऊ और भागलपुर के मास्टरमाइंड्स की तलाश नहीं कर सकी है।
बर्रा में एक जमीन के विवाद में पुलिस छानबीन कर रही थी। जिसमें उक्त जमीन के दस्तावेज जाली स्टांप पर बने होने की जानकारी हुई थी। पुलिस ने सीडीआर के आधार पर आरोपितों की धर पकड़ के प्रयास शुरू किए थे। पुलिस ने प्रयागराज के रंजीत कुमार कचहरी के स्टांप वेंडर के बेटे शीजान को गिरफ्तार कर 5.50 लाख कीमत के जाली स्टांप और नोटरी टिकट बरामद की थी। आरोपितों के पकड़े जाने के बाद रंजीत की जमानत के लिए गिरोह के कुछ सदस्यों के शहर आने की भनक लगी तो पुलिस ने जूही कलां के पास से लखनसराय प्रतापटाडा लालगंज वैशाली बिहार निवासी सरिता सरोज और उमरपुल हरीबंधनपुर जौनपुर निवासी चंदन को गिरफ्तार किया था। पकड़ी गई महिला सप्लायर और युवक के पास से 2.71 लाख रुपये के जाली स्टांप, नोटरी टिकट 15 सौ रुपये, चार मोबाइल बरामद हुआ था। पुलिस चारो आरोपितों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। चार्जशीट दाखिल करने के बाद पुलिस ने मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से स्टांप और टिकट की ब्लीचिंग करने वाले आरोपित को ट्रेस किया था। पुलिस अब तक लखनऊ और भागलपुर में रहकर काम करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड को नहीं तलाश पाई है। एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय ने बताया कि कुछ मोबाइल नंबरों पर काम चल रहा है। सटीक सुराग मिलने पर धर पकड़ की जाएगी।