कानपुर में सामने आया केडीए की योजनाओं में फर्जीवाड़ा, फर्जी रजिस्ट्री से भूखंडों पर कब्जा

केडीए के कर्मियों ने दलालों की मिलीभगत से फर्जी रजिस्ट्री करा दी। दस्तावेज में केडीए का भूखंड और मौके पर अवैध कब्जा सामने आया है। कानपुर के पनकी इंदिरा नगर जूही समेत कई योजनाओं में फर्जीवाड़ा खुला है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 11:16 AM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 11:16 AM (IST)
कानपुर में सामने आया केडीए की योजनाओं में फर्जीवाड़ा, फर्जी रजिस्ट्री से भूखंडों पर कब्जा
कानपुर विकास प्राधिकरण में भूखंडों का फर्जीवाड़ा सामने आया है।

कानपुर, जेएनएन। केडीए में कर्मचारियों ने दलालों की मिलीभगत से तमाम भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री कर दी। दस्तावेज में अभी तक केडीए के भूखंड हैं, लेकिन मौके पर इमारतें खड़ी हैं। अब तक केडीए को करोड़ों रुपये का चूना लग चुका है। पनकी, इंदिरा नगर, डब्ल्यू ब्लाक जूही, किदवईनगर में करोड़ों के भूखंडों पर लोगों ने फर्जी रजिस्ट्री कराकर कब्जा कर लिया है। नक्शे तक पास हो चुके हैं। जूही योजना में फर्जी रजिस्ट्री के मामले में क्राइम ब्रांच जांच भी कर रही है। केडीए के कर्मचारी और दलाल मिलकर पुरानी योजनाओं में खाली भूखंड या आवंटन और रजिस्ट्री के सालों बाद भी आवंटी के नहीं आने पर नकली दस्तावेज तैयार करके उसी के नाम का फर्जी व्यक्ति खड़ा करके रजिस्ट्री करा देते हैं। इस रैकेट का एक सदस्य रजिस्ट्री आफिस से भी जुड़ा होता है। वह जांच होने पर फर्जी दस्तावेज दिखाकर बता देता है कि रजिस्ट्री सही है। बाद में दूसरे के नाम बेचकर सक्रिय रैकेट गायब हो जाता है। यही खेल इंदिरा नगर, लखनपुर, साकेत नगर, श्यामनगर समेत कई आवासीय योजनाओं में चल रहा है। केडीए उपाध्यक्ष राकेश सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं। इससे हलचल मची है।

पनकी में भूखंड कानक्शा पास होने पर हुआ था फर्जी रजिस्ट्री का राजफाश

वर्ष 2008 में पनकी के एक भूखंड का नक्शा पास होने के दौरान फर्जी रजिस्ट्री की बात पकड़ी गई थी। जांच में पनकी में 40 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री पकड़ी गई थी। तत्कालीन केडीए उपाध्यक्ष ओएन सिंह ने रजिस्ट्री निरस्त करने को पत्र लिखा था। कई रजिस्ट्री निरस्त हुईं थीं। अभी तक तमाम भूखंडों में इमारतें खड़ी हैं। नर्सिंग होम और गेस्ट हाउस तक बने हैं। पनकी आवासीय योजना के दस्तावेजों की जांच की जाए तो कई फर्जी रजिस्ट्री के मामले सामने आ सकते हैं।

निबंधन कार्यालय को पत्र भेजने पर खुला खेल, 10 भूखंड पर कब्जा

तत्कालीन उपाध्यक्ष जयश्री भोज के सामने पनकी में बी, सी और डी ब्लाक, किदवईनगर, सुजातगंज में 10 बड़े भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री की शिकायत सामने आई थी। उपाध्यक्ष ने सीधे जांच के लिए डीआइजी स्टांप को पत्र भेजा था। रजिस्ट्री नहीं होने की बात सामने आने पर मुकदमा दर्ज कराया गया था।

पूर्व विधायक की शिकायत पर जूही योजना में मिला फर्जीवाड़ा

पूर्व विधायक नीरज चतुर्वेदी की शिकायत पर डब्ल्यू ब्लाक जूही योजना में फर्जी रजिस्ट्री के खेल का खुलासा हुआ। इस मामले की क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। कई कर्मचारी निलंबित किए जा चुके हैं। मुकदमा भी हो गया है। दस्तावेज नहीं मिलने के कारण जांच प्रभावित हो रही है।

परिसर में दलालों का जमावड़ा

केडीए में दिनभर कुछ कर्मचारियों के पास दलालों का जमावड़ा लगा रहता है। शाम को तीन बजे दलाल चौथी और तीसरी मंजिल पर जमे रहते हैं। इस दौरान कर्मचारियों के साथ मिलकर डील होती है। सीसीटीवी कैमरे से जांच की जाए तो दलाल पकड़े जा सकते हैं।

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