चित्रकूट में डकैत गौरी यादव के नाम पर मांगी पांच लाख रंगदारी, 12 घंटे में शातिरों को पुलिस ने दबोचा
बरौंधा थाना प्रभारी राजेश पटेल ने एसपी धर्मवीर सिंह को सूचना दी और साइबर सेल की मदद मांगी। 12 घंटे बाद शाम को मझगवां के पास बदमाशों की लोकेशन मिली। मझगंवा थाना प्रभारी शेषमणि पटेल के साथ मिलकर घेराबंदी करके दो बदमाशों को पकड़ लिया गया।
चित्रकूट, जेएनएन। जनपद सीमा से सटे मध्यप्रदेश जिला सतना के थाना बरौंधा कस्बा निवासी संतोष गुप्ता घर पर ही किराना की दुकान चलाते हैं। 20 सितंबर को अनजान मोबाइल नंबर से आए एसएमएस ने उनके होश उड़ा दिए। साढ़े पांच लाख के इनामी डकैत गौरी ने पांच लाख की रंगदारी मांगी थी और बात नहीं मानने पर जान से मार डालने की धमकी दी थी। पहले तो उन्होंने ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब एक के बाद एक कई मैसेज आने से उनके होश उड़ गए और घबराकर रंगदारी देने पर राजी हो गए। गैंग लीडर बने बदमाश ने मंगलवार की रात फोन कर रुपये पहुंचाने की जगह और समय दिया। 72 घंटे से डरे परिवार ने बुधवार सुबह पुलिस से संपर्क किया और आपबीती सुनाई।
बरौंधा थाना प्रभारी राजेश पटेल ने एसपी धर्मवीर सिंह को सूचना दी और साइबर सेल की मदद मांगी। 12 घंटे बाद शाम को मझगवां के पास बदमाशों की लोकेशन मिली। मझगंवा थाना प्रभारी शेषमणि पटेल के साथ मिलकर घेराबंदी करके दो बदमाशों को पकड़ लिया गया। जिनकी पहचान कृष्णकुमार यादव उर्फ डाकिया पुत्र सोहनलाल निवासी खैरवार थाना मझगवां, हाल लखनचौक टिकुरिया टोला थाना कोलगवां और विकास सोनी उर्फ छोटू मिस्त्री पुत्र स्वर्गीय इंदललाल सोनी निवासी टिकुरिया टोला के रूप में की हुई।
एसपी ने बताया कि दूसरे आरोपितों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है। घनिष्ठ मित्र हैं। आरोपित बाइक से व्यापारी पास रंगदारी की रकम लेने बरौंधा जा रहे थे। दोनों से पूछताछ कर पता किया जा रहा है कि पूर्व में उन्होंने डकैतों के नाम से किसी को धमकाया अथवा रंगदारी तो नहीं वसूली।