प्रवासी बोले- अब घर वापसी ही हमारा सही निर्णय, वहां जाकर कुछ करते हैं

प्रवासियों ने बताया कि कोच के अंदर कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन यात्री नहीं कर रहे हैं। रेलवे का टिकट दल और आरपीएफ के सिपाही भी कोच के अंदर प्रवेश नहीं करते। सख्ती न होने से यात्री घर वापसी कर परिवार की मुश्किलें बढ़ाएंगे।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 05:24 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 05:24 PM (IST)
प्रवासी बोले- अब घर वापसी ही हमारा सही निर्णय, वहां जाकर कुछ करते हैं
मजदूर वर्ग के बाद रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया

कानपुर, जेएनएन। मुंबई से बड़ी संख्या में वापस लौट रहे प्रवासी बोले मौजूदा हालातों को देखते हुए घर वापसी ही सही निर्णय है। प्लेटफार्म नंबर चार पर पनवेल से पहुंची विशेष ट्रेन यात्रियों से जब दैनिक जागरण टीम ने बात की तो उन्होंने मुंबई के हालातों के बारे में विस्तार से बताया। प्रवासी बोले मुंबई में हालात सबसे ज्यादा खराब है। अभी तक घर वापसी इसलिए नहीं की थी क्योंकि विश्वास था लॉकडाउन नहीं होगा। अब जब धारा 144 लागू हो चुकी है और सभी गैर जरूरी गतिविधियां बंद करा दी गई है ऐसे में रोज कमाने खाने वाले मजदूर वर्ग के बाद रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

इस बार अच्छी बात यह है कि रेलवे ने किसी ट्रेन को बंद नहीं किया, बल्कि कहीं और विशेषताएं लगातार चला रहा है इससे यात्रियों को घर वापसी में कोई परेशानी नहीं हो रही रही है। जिस तरह के हालात बन रहे हैं मुझे देखते हुए लगता है कि जल्द ही देश फिर से लॉकडाउन की ओर बढ़ रहा है। प्रवासियों ने बताया कि कोच के अंदर कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन यात्री नहीं कर रहे हैं। रेलवे का टिकट दल और आरपीएफ के सिपाही भी कोच के अंदर प्रवेश नहीं करते। सख्ती न होने से यात्री घर वापसी कर परिवार की मुश्किलें बढ़ाएंगे। 

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