चित्रकूट जुड़वा भाई हत्याकांड : आज भी सिहर उठते है लोग, अभियुक्तों को सजा मिलने से हुई खुशी

चित्रकूट जिले के सीतापुर चौकी कर्वी के रामघाट निवासी तेल कारोबारी बृजेश रावत के दो पुत्रों श्रेयांश व प्रियांश के अपहरण व हत्या के बाद शव बांदा जिले के मर्का थाना अंतगर्त बाकल गांव से निकली यमुना नदी से पुलिस ने बरामद किया था।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:05 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:05 PM (IST)
चित्रकूट जुड़वा भाई हत्याकांड : आज भी सिहर उठते है लोग, अभियुक्तों को सजा मिलने से हुई खुशी
किशोर के अपहरण की घटना की जानकारी देतीं मां कुसुमकली व दाएं बहन सरिता

बांदा, जेएनएन। चित्रकूट के तेल व्यवसायी के जुड़वा दो मासूम बेटों की अपहरण के बाद हत्या व यमुना नदी से शव बरामद होने की घटना को भले ही सवा दो वर्ष से ज्यादा समय बीत गया है, लेकिन घटना आज भी जनपद के लोगों के जेहन से नहीं उतरी है। दोनों बच्चों के शव बरामद होने की चर्चा होते ही लोग सिहर उठते हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि अभियुक्तों को सजा मिलने से सभी को खुशी मिली है। उन्हें इससे भी ज्यादा कड़ी सजा मिलनी चाहिए थी।

चित्रकूट जिले के सीतापुर चौकी कर्वी के रामघाट निवासी तेल कारोबारी बृजेश रावत के दो पुत्रों श्रेयांश व प्रियांश के अपहरण व हत्या के बाद शव बांदा जिले के मर्का थाना अंतगर्त बाकल गांव से निकली यमुना नदी से पुलिस ने बरामद किया था। दोनों शव जाल में एक बड़े पत्थर में बांधकर नदी में फेंके गए थे। शवों को देखने के लिए जनपद के लोगों की भीड़ लग गई थी। पोस्टमार्टम हाउस छावनी बन गया था। मध्यप्रदेश के विधायक समेत कई तत्कालीन नेता व दोनों बच्चों के पिता बृजेश समेत उनके अन्य स्वजन व रिश्तेदार यहां आए थे। एसपी गणेश साहा से लेकर एएसपी लालभरत कुमार पाल व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे थे। अभियुक्तों को आजीवन कारवास की सजा होने की जानकारी होने पर मर्का निवासी गंगा प्रसाद का कहना है कि दिल दहला देने वाली घटना थी।

सजा होने से अन्य अपराधियों में खौफ बनेगा : अभियुक्तों के विरुद्ध और कड़ी सजा सुनाई जानी चाहिए। इसी तरह संजय कुमार ने कहा कि अभियुक्तों को सजा होने से अन्य अपराधियों में खौफ बनेगा। इससे घटनाओं की पुनरावृत्ति में कमी आएगी। मर्का गांव के कैलास चंद्र ने बताया कि निर्मम हत्या को लेकर इससे भी ज्यादा फांसी की सजा दी जानी चाहिए। जिससे पीडि़तवार के दर्द पर मरहम लग सके। जितेंद्र कुमार ने कहा कि घटना बड़ी दुखद थी। सजा मिलने से सभी खुशी हुई है। देर में सही लेकिन पीडि़त परिवार को न्याय मिला है।

बेटे को गलत फंसाया गया, हाई कोर्ट में लगाएंगे गुहार : जुड़वा बच्चों के अपहरण व हत्या मामले में अजीवान कारावास की सजा पाने वाले अभियुक्तों में राजू द्विवेदी पुत्र राकेश निवासी भभुआ बांदा भी शामिल है। राजू की मां माया ने कहा कि उसके बेटे को गलत फंसा दिया गया था। असली आरोपित रामकेश ने जेल के अंदर फांसी लगा ली थी। बेटे को सजा होने के मामले में अब वह जबलपुर मध्य प्रदेश की हाईकोर्ट में अपील करेंगे। जिससे उनका बेटा निर्दोष सजा पाने से बच सके।

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