पीएफ घोटाला : सेवा प्रदाता कंपनी तलब, छह और कर्मचारियों से की गई पूछताछ

कानपुर में केस्को के संविदा कर्मियों के भविष्य निधि घोटाले के मामले में जांच कर रही क्राइम ब्रांच के विवेचक ने सेवा प्रदाता कंपनी को तलब किया है और अबतक 22 कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 09:47 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 09:47 AM (IST)
पीएफ घोटाला : सेवा प्रदाता कंपनी तलब, छह और कर्मचारियों से की गई पूछताछ
क्राइम ब्रांच की टीम जांच कर रही है।

कानपुर, जेएनएन। केस्को के संविदा कर्मचारियों से जुड़े पीएफ घोटाले में शनिवार को केस्को के छह और कर्मचारियों ने कर्नलगंज थाने में बयान दर्ज कराए। सभी ने आरोप लगाए कि मुकुल दुबे ने पीएफ निकालने के लिए उनसे दस्तावेज मांगे और उनका दुरुपयोग करके उनके पीएफ अकाउंट से पैसे निकाल लिए। वहीं दूसरी ओर सेवा प्रदाता कंपनी के प्रोपराइटर को तलब कर विवेचक ने उसके भी बयान दर्ज कराए हैं।

लाखों रुपये के पीएफ घोटाले का पर्दाफाश दैनिक जागरण ने किया था। दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए क्राइम ब्रांच ने इस मामले में मुकुल दुबे को गिरफ्तार कर जेल भेजा था और इस संबंध में थाना कर्नलगंज में केस्को के संविदा कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। शनिवार को छह केस्को संविदा कर्मचारियों ने अपने बयान विवेचक अमित मलिक को दर्ज कराए। इन्हें मिलाकर अब तक 22 कर्मचारी अपने बयान दर्ज करा चुके हैं।

अपने बयानों में सभी कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि मुकुल दुबे ने पीएफ निकलवाने का झांसा देकर उनसे आधार कार्ड, बैंक अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर आदि हासिल किए और इनकी मदद से पीएफ की वेबसाइट पर जाकर वहां बैंक अकाउंट नंबर बदल दिए। इसके बाद दर्जनों कर्मचारियों की पीएफ की रकम निकाल ली। वहीं दूसरी ओर शनिवार को इस मामले में प्रकाश में आई सेवा प्रदाना कंपनी के प्रोपराइटर को भी विवेचक ने तलब किया। उससे भी पुलिस ने पूछताछ की। कंपनी के पते पर ही कर्मचारियों की पासबुक मंगाना, कर्मचारियों के पासबुक व एटीएम कंपनी द्वारा अपने पास रखने आदि सवालों का जवाब मांगा गया। पुलिस इस घोटाले में सेवा प्रदाता कंपनी की मिलीभगत की भी जांच कर रही है।

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