ईओडब्ल्यूू ने शुरू की 3.28 करोड़ के घोटाले की जांच, बैंक शाखा प्रबंधक सहित चार कर्मी हैं आरोपित

मैनपुरी के सहकारी बैंक में 3.28 करोड़ के घोटाले की जांच आर्थिक अनुसंधान शाखा ने शुरू कर दी है । विवेचक ने नोटिस देकर आरोपित बैंक शाखा प्रबंधक सहित चार कर्मियों को बयान देने के लिए बुलाया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 09:58 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 09:58 AM (IST)
ईओडब्ल्यूू ने शुरू की 3.28 करोड़ के घोटाले की जांच, बैंक शाखा प्रबंधक सहित चार कर्मी हैं आरोपित
ईओडब्लू कर रही बैंक घोटाले की जांच।

कानपुर, जागरण संवाददाता। मैनपुरी के 3.28 करोड़ रुपये के सहकारी बैंक घोटाले की जांच आर्थिक अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) करेगी। शासन के इस फैसले के बाद ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू कर दी है। आरोपितों को नोटिस जारी करके बयान देने के लिए बुलाया गया है।

मैनपुरी की उत्तर प्रदेश सहकारी ग्राम विकास बैंक की बेवर शाखा में वर्ष 2016 से 2018 के बीच करोड़ों रुपये की धनराशि का फर्जीवाड़ा किया गया था। यह फर्जीवाड़ा किसानों से वसूली गई ऋण की धनराशि में किया गया। प्रबंधन ने जब जांच कराई तो सामने आया कि बैंक कर्मियों ने मिलीभगत करके 3.28 करोड़ रुपये का घोटाला किया है। शाखा प्रबंधक संदीप त्रिपाठी की ओर से 5 अक्टूबर 2020 को थाना भोगांव में शाखा प्रबंधक सत्येंद्र सिंह राठौर, सहायक शाखा आंकिक प्रवेश कुमार यादव, सहायक शाखा आंकिक विमल कुमार और उदयवीर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

चूंकि घोटाले की रकम 3.28 करोड़ थी, इसलिए इसकी जांच ईओडब्ल्यू से कराने की संस्तुति की गई थी। ईओडब्ल्यू के एसपी बाबूलाल ने बताया कि शासन से जांच कानपुर शाखा को मिली है। जांच शुरू कर दी गई है। इंस्पेक्टर शिवप्रसाद दुबे को विवेचक बनाया गया है। उनकी ओर से आरोपित को नोटिस भेजकर जवाब देने के लिए बुलाया गया है।

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