शाइन सिटी मामले में पांच सौ करोड़ की संपत्तियों की बिक्री से रोकने की तैयारी में जुटा ईओडब्ल्यू
निवेश के नाम पर अरबों रुपये हड़पने वाली शाइन सिटी कंपनी से जुड़ी पांच सौ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति चिह्नित होने के बाद अब ईओडब्ल्यू बेचे जाने की सूचना पर संबंधित जिलों के प्रशासन को पत्र भेजकर सुरक्षा की तैयारी में जुटी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। आशियाने का सपना दिखाकर लोगों से अरबों रुपये हड़पने वाली शाइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी, उसके मालिकों-निदेशकों व सहयोगियों की चिह्नित संपत्तियां चोरी-छिपे बेचे जाने की आशंका है। लखनऊ की एक संपत्ति काफी कम कीमत पर बेचे जाने की सूचना आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) को मिली है। लिहाजा, संपत्तियों की सुरक्षा के लिए संबंधित जिलों के प्रशासन को पत्र भेजे जाएंगे।
प्रदेश में शाइन सिटी, उसकी सहयोगी कंपनियों और मालिकों-निदेशकों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और अमानत में खयानत की धाराओं में करीब 300 मुकदमे दर्ज हुए हैं। प्रयागराज निवासी प्रकाश चंद्र तिवारी की तहरीर पर वहां के सिविल लाइंस थाने में कंपनी मालिक राशिद नसीम, उसके भाई आसिफ समेत पांच व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे की विवेचना ईओडब्ल्यू कानपुर यूनिट को भी सौंपी गई है। इसी मुकदमे में ईओडब्ल्यू टीम संपत्तियों का चिह्नांकन कर रही है। अब तक प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ, प्रतापगढ़, कौशांबी, बाराबंकी, कानपुर, कानपुर देहात, आगरा, मथुरा आदि शहरों में करीब 500 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की संपत्तियां चिह्नित की जा चुकी हैं।
ईओडब्ल्यू को लखनऊ में बिजनौर रोड स्थित भूमि को काफी कम कीमत पर बेचे जाने की जानकारी मिली है। ऐसे में ईओडब्ल्यू मुख्यालय की ओर से संबंधित जलों के प्रशासन को पत्र भेजकर संपत्तियों की निगरानी कराने के लिए कहा जाएगा, ताकि उनका फिर से बैनामा नहीं हो सके। अगर कोई बैनामा हुआ है तो उसे निरस्त कराया जा सके। अधिकारियों ने बताया, जो लोग शाइन सिटी मामले से संबंधित संपत्तियों की बिक्री करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।