कानपुर में पुलिस की अनदेखी से पुरानी मौरंग मंडी में फिर हुए कब्जे, 90 करोड़ लागत की खाली कराई गई थी भूमि

नौबस्ता के गांजा तस्कर गोलू पहाड़ी ने मौरंगमंडी में गांजा बिक्री का अड्डा बना लिया है। सूनसान होने यहां जल्दी कोई आता जाता नहीं है। सड़क पर खड़ी होने वाली ईंट लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों की आड़ में गांजे की बिक्री की जाती है।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 04:37 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 04:37 PM (IST)
कानपुर में पुलिस की अनदेखी से पुरानी मौरंग मंडी में फिर हुए कब्जे, 90 करोड़ लागत की खाली कराई गई थी भूमि
कानपुर की मौरंग मंडी की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। भारी बवाल और पथराव की बीच खाली हुई मौरंग मंडी की भूमि पर पुलिस की अनदेखी के चलते फिर से अवैध बस्ती बन गई है। यहां चट्टे का संचालन शुरू होने के साथ ही अराजक तत्वों का जमावड़ा रहता है। गांजा तस्करों ने यहां भी अपना अड्डा बना रखा है। देर रात यहां नशेबाजों का जमावड़ा लगता है। अवैध कब्जेदारों ने यहां लगाए गए सीमेंटेड पिलर और लोहे का तार हटा दिया है।

नौबस्ता स्थित मौरंग मंडी सुगम यातायात में रोड़ा बन गई थी। वहीं हाईवे और हमीरपुर रोड पर ट्रक, डंपर और ट्रैक्टर-ट्रालियों के आवागमन से हादसों का ग्राफ भी ऊंचाई पर पहुंच गया था। केडीए ने मंडी को बिनगवां में बनाए गए 182 भूखंडों में शिफ्ट कराने के लिए प्रयास शुरू किए थे। 13 मार्च 2018 को पथराव और बवाल के बीच पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने यहां से कब्जे खाली कराए थे। जबरदस्त पथराव में जूही थाने में तैनात सिपाही प्रभास वर्मा को चोट आयी थी। पथराव होने पर पुलिस और पीएसी ने लाठीचार्ज किया था। जिसके बाद मंडी को यहां से बिनगवां शिफ्ट किया जा सका था। केडीए ने पुलिस की मदद से 90 करोड़ की 34 हजार वर्ग मीटर भूमि खाली कराई थी। समय बीतने के साथ पुलिस की सुस्ती से यहां अब फिर से चट्टे का संचालन हो रहा है। इतना ही नहीं यहां एक बड़े हिस्से में 20 से 25 झोपड़ियां बनकर तैयार हो गई हैं। अवैध कब्जेदारों ने यहां लगाए गए केडीए के पिलर और तार गिरा दिए हैं।

नशेबाजों का लगता जमावड़ा: नौबस्ता के गांजा तस्कर गोलू पहाड़ी ने मौरंगमंडी में गांजा बिक्री का अड्डा बना लिया है। सूनसान होने यहां जल्दी कोई आता जाता नहीं है। सड़क पर खड़ी होने वाली ईंट लदी ट्रैक्टर-ट्रालियों की आड़ में गांजे की बिक्री की जाती है। देर रात तक यहां अराजक तत्वों और नशेबाजों का जमावड़ा रहता है। जबकि उस्मानपुर चौकी पुलिस आंखों में पट्टी बांधे हैं।

इनका ये है कहना

अवैध कब्जों और नशेबाजों का जमावड़ा लगने की जानकारी नहीं है। अब तक किसी ने शिकायत भी नहीं की है। अगर ऐसा है तो खुद निरीक्षण करके उच्चाधिकारियों और केडीए के अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। - विकास कुमार पांडेय, एसीपी गोविंद नगर

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