औद्योगिक क्षेत्रों की बदहाल सड़कों पर नासूर बना अतिक्रमण

कोरोना संक्रमण के चलते बदहाल पड़े उद्योगों को जैसे-तैसे खींच रहे उद्यमियों का गुस्सा उद्योग बंधु की बैठक में फूटा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 01:49 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 01:49 AM (IST)
औद्योगिक क्षेत्रों की बदहाल सड़कों पर नासूर बना  अतिक्रमण
औद्योगिक क्षेत्रों की बदहाल सड़कों पर नासूर बना अतिक्रमण

जागरण संवाददाता, कानपुर : कोरोना संक्रमण के चलते बदहाल पड़े उद्योगों को जैसे-तैसे खींच रहे उद्यमियों का गुस्सा उद्योग बंधु की बैठक में फूट पड़ा। पनकी, दादानगर व फजलगंज सभी औद्योगिक क्षेत्रों में अतिक्रमण उनके उद्योगों के आड़े आ रहा है। न तो वह अपना माल इस सड़क से आसानी के साथ निकाल सकते हैं और न ही इसके चलते अपनी इकाइयों को आसानी से चला पा रहे हैं। औद्योगिक क्षेत्रों की बदहाल सड़कों पर अतिक्रमण नासूर है। उद्योग बंधु की बैठक में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, प्राविंशियल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन व लघु उद्योग भारती के पदाधिकारियों व प्रतिनिधियों ने सरकारी तंत्र पर सवालिया निशान लगाते हुए अपनी इन समस्याओं का समाधान मांगा।

एडीएम वित्त वीरेंद्र पांडेय की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में हुई बैठक में केस्को, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम, यातायात पुलिस के अधिकारियों ने समस्याओं को सुनने के बाद जल्द ही इसका हल निकाले जाने का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने कहा, अतिक्रमण की समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए जल्द पीडब्ल्यूडी, केस्को व नगर निगम की एक बैठक होगी। इसके अलावा पनकी साइट नंबर-1 से सीटीआइ चौराहे तक नहर पटरी की रोड बनाने के लिए उस विभाग से एस्टीमेट बनवाया जाएगा, जिसने पूर्व में यह सड़क बनाई थी। बताया गया कि दादानगर की सर्विस लेन पुल के बगल वाली रिटेनिग वाल नवंबर माह तक बनकर तैयार हो जाएगी। कई उद्यमियों ने उनके ट्रक व छोटे वाहनों के औद्योगिक क्षेत्र में चालान किए जाने की समस्या उठाई।

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यातायात विभाग के साथ उद्यमियों की होगी बैठक

औद्योगिक क्षेत्रों में उद्यमियों के वाहनों के चालान काटे जाने का मसला बैठक में पुरजोर तरीके से उठा। उद्यमियों ने कहा कि ऐसे में वह कैसे अपना माल लेकर आ जा सकते हैं। ऐसे तो उद्योग बंद हो जाएंगे। उनकी इस समस्या पर एडीएम वित्त ने कहा कि इस संबंध में डीसीपी ट्रैफिक के साथ उद्यमियों की बैठक होगी। भौती सड़क के चौड़ीकरण का मसला भी उठाया गया। यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश झा, प्राविंशियल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनोज बंका, आइआइए से सुरेश गुरनानी, संदीप पाटनी, विक्रांत अग्रवाल, लघु उद्योग भारती के संरक्षक लाडली प्रसाद, बृजेश अवस्थी व फीटा महासचिव उमंग अग्रवाल मौजूद रहे।

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