बीट बिलिग से रुकेगी बिजली चोरी, कम होगा लाइनलास
ट्रांसफार्मर व उससे जुड़े मीटरों की रीडिग एक साथ होगीउपभोक्ताओं को भी समय से मिलेगा बिल
जागरण संवाददाता, कानपुर: ट्रांसफार्मर पर लगे मीटर और उससे उस क्षेत्र में लिए गए कनेक्शन के मीटर की रीडिग अब एक ही दिन होगी। इससे जहां बिजली चोरी का पता लग सकेगा वहीं बिजली उपभोक्ताओं को भी सही समय पर बिल मिल सकेगा। इसके लिए केस्को प्रबंधन ने बीट बिलिग शुरू कर दी है
कई क्षेत्रों में बिजली चोरी की वजह से केस्को को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिन क्षेत्रों में अंडरग्राउंड केबल डाली जा चुकी है वहां लाइनलास कम हुआ है, जहां ओवरहेड लाइन हैं वहां बिजली चोरी हो रही है। केस्को ने बिजली चोरी रोकने, लाइनलास कम करने और उपभोक्ताओं को समय से बिल उपलब्ध कराने के लिए बीट बिलिग की योजना बनाई है। इस पर अमल शुरू कर दिया गया है। बीट बिलिग के तहत ट्रांसफार्मर पर लगे मुख्य मीटर तथा इससे निकले कनेक्शनों के मीटरों की एक साथ रीडिग ली जाएगी। ट्रांसफार्मर में लगे मीटर की रीडिग और उससे गए कनेक्शनों की मीटर रीडिग एक समान होनी चाहिए। केस्को 10 फीसद तक लाइन लास मानता है। अगर इससे ज्यादा का अंतर निकलेगा तो माना जाएगा कि उस क्षेत्र में बिजली चोरी हो रही है। ऐसा होते ही केस्को की रेड टीम क्षेत्र में छापा मारकर बिजली चोरी करने वालों पर कार्रवाई करेगी। इस प्रक्रिया को बीट बिलिंग का नाम दिया गया है।
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बीट बिलिग के अंतर्गत ट्रांसफार्मरों पर लगे मीटरों व उससे जुड़े कनेक्शनों के मीटरों की रीडिग एक साथ लेने के निर्देश दिए गए हैं। उपभोक्ताओं को समय से बिल मिले, इसके लिए भी निर्देशित किया गया है।
अनिल ढींगरा, प्रबंध निदेशक केस्को