एक वसीयत ने उठा दिया लखनऊ के रिटायर्ड फौजी की ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री से पर्दा

दिसंबर 2018 को बिठूर के नौरंगाबाद में ट्राली बैग के अंदर जला शव मिलने पर जांच के बाद सुराग न मिलने पर पुलिस ने बंद कर दी थी केस फाइल।

By Edited By: Publish:Sun, 26 May 2019 01:31 AM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 06:31 PM (IST)
एक वसीयत ने उठा दिया लखनऊ के रिटायर्ड फौजी की ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री से पर्दा
एक वसीयत ने उठा दिया लखनऊ के रिटायर्ड फौजी की ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री से पर्दा
कानपुर, जेएनएन। बिठूर के नौरंगाबाद में वृद्ध का जला शव मिलने के मामले में सुराग न मिलने के कारण पुलिस ने जिस केस की फाइल बंद कर दी थी, उससे एक वसीयत ने पर्दा उठा दिया। वसीयत की जानकारी होते ही पुलिस ने फिर पड़ताल आगे बढ़ाई तो राज पर राज खुलते चले गए। आखिर पुलिस असली अभियुक्तों तक पहुंच गई और उनका सारा खेल सामने आ गया।
ये हुई थी घटना
पांच दिसंबर 2018 की सुबह बिठूर के नौरंगाबाद में ग्रामीणों ने लोहारखेड़ा से आइटीआइ रोड के किनारे खेत में जली हुई लाश देखी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस को शव के साथ एक ट्राली बैग भी मिला था। पुलिस इस ट्राली के बैग के सहारा शव की शिनाख्त और हत्या के सुराग तलाश रही थी। आसपास क्षेत्र में लापता लोगों की जानकारी जुटाने पर भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा था और न किसी थाने में हत्या की वारदात को लेकर परिजन पहुंचे थे। काफी पड़ताल के बाद पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री मानकर केस की फाइल को बंद कर दिया था।
वसीयत की सूचना ने खोल दिए कई राज
पिछले दिनों कानपुर देहात के एक शख्स ने पुलिस को मूलरूप से नौरंगाबाद गांव निवासी अरविंद राठौर के पास लखनऊ सैनिक नगर के रिटायर्ड फौजी नन्हेलाल की वसीयत होने की जानकारी दी तब पुलिस का माथा ठनका। पुलिस ने लखनऊ पीजीआइ थाना पुलिस से संपर्क कर नन्हेलाल व उनके परिवार के बारे में जानकारी लेकर देहरादून में रह रहे बेटे शिवेरियन आजाद से संपर्क किया। आजाद ने बताया कि पिता करीब छह माह से लापता हैं। इसके बाद जले शव की फोटो दिखाने पर उसने पिता के रूप में पहचान की। शुक्रवार को पुलिस ने लखनऊ में पीजीआइ पुलिस की मदद से नन्हेलाल के घर किराये पर रह रहे अरविंद, उसकी पत्नी प्रतिभा को पकड़ा तो वारदात का पर्दाफाश हुआ।
इस तरह दिया घटना को अंजाम
चार दिसंबर की रात लखनऊ के रिटायर्ड फौजी 65 वर्षीय नन्हेलाल सिंह की हत्या उनकी दूसरी पत्नी नीलम उर्फ पूजा व किरायेदार अरविंद राठौर ने अधिवक्ता दोस्त सत्येंद्र कुमार वर्मा व सतेंद्र के मुंशी राहुल सिंह के साथ मिलकर की थी। चारों बहाने से नन्हेलाल को बिठूर लाए और सुनसान रास्ते में कार रोककर नन्हेलाल के सिर पर लोहे की रॉड से पीटकर हत्या की। पहचान मिटाने के लिए शव को ट्रॉली बैग में डालने के बाद जलाकर भाग गए थे। अरविंद की पत्नी प्रतिभा की भूमिका भी देखी जा रही है।
पांच करोड़ के मकान को आधे में बेचने की फिराक में थे
एसएसपी अनंत देव तिवारी ने बताया कि रिटायर्ड फौजी ने पहली पत्नी के गुजर जाने के बाद 17 फरवरी 2016 को प्रतापगढ़ की तलाकशुदा महिला नीलम से शादी की थी। नीलम व अरविंद ने नन्हेलाल के दोस्त पारा (लखनऊ) निवासी अधिवक्ता सत्येंद्र से संपर्क कर संपत्ति हथियाने का प्लान बनाया और इसी प्लान के मुताबिक नन्हेलाल को बिठूर लाकर हत्या कर दी। आरोपित फर्जी वसीयत बनाकर अब नन्हेलाल का पांच करोड़ रुपये कीमत का मकान ढाई करोड़ रुपये में बेचने की फिराक में थे, लेकिन पकड़े गए। चारों आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया गया है।

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