Education Minister ने किया Tweet...Bharat Mission Oxygen में सहयोग करेगी ICICI Securities

इसमें युवाओं शोधार्थियों और इंजीनियरों को आमंत्रित किया। करीब 70 प्रतिभागियों में से आठ के प्रोटोटाइप उत्पादों को फाइनल करके इस प्रोजेक्ट का नाम मिशन भारत आक्सीजन रखा। इसमें एल्युमिनाई सामाजिक संस्था और कई कंपनियां सहयोग कर रही हैं। आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज भी आर्थिक मदद के लिए आगे आई है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 09:50 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 09:50 AM (IST)
Education Minister ने किया Tweet...Bharat Mission Oxygen में सहयोग करेगी ICICI Securities
आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज भी आर्थिक मदद के लिए आगे आई है

कानपुर, जेएनएन। IIT Kanpur के मिशन भारत आक्सीजन में सहयोग करने के लिए आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज आगे आई है। 10 जून को दोनों के बीच करार हो चुका है। इस सहयोग से उच्च गुणवत्ता से युक्त स्वदेशी तकनीक पर आधारित सस्ते आक्सीजन कंसंट्रेटर और प्लांट तैयार किए जाएंगे। शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने प्रोजेक्ट और फंडिंग को लेकर बुधवार को ट्वीट कर जानकारी दी है।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में आक्सीजन की सबसे अधिक मांग हुई। सरकारी और निजी अस्पतालों में संक्रमितों और उनके घरवालों को आक्सीजन सिलिंडर और कंसंट्रेटर के लिए परेशान होना पड़ा। इस समस्या को देखते हुए आइआइटी के स्टार्टअप इनोवशेन इंक्यूबेशन सेंटर के अधिकारियों ने स्वदेशी तकनीक पर कंसंट्रेटर और आक्सीजन प्लांट तैयार करने के लिए प्रतियोगिता आयोजित की। इसमें युवाओं, शोधार्थियों और इंजीनियरों को आमंत्रित किया। करीब 70 प्रतिभागियों में से आठ के प्रोटोटाइप उत्पादों को फाइनल करके इस प्रोजेक्ट का नाम मिशन भारत आक्सीजन रखा। इसमें एल्युमिनाई, सामाजिक संस्था और कई कंपनियां सहयोग कर रही हैं। आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज भी आर्थिक मदद के लिए आगे आई है।

विदेश के मुकाबले लागत 40 फीसद कम : आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने बताया कि मिशन के अंतर्गत तैयार होने वाले उत्पादों की लागत विदेश से आयातित उपकरणों के मुकाबले 40 फीसद कम है। यह मेक इन इंडिया के अंतर्गत विकसित किए गए हैं। इसमें संस्थान के विशेषज्ञों ने सहयोग किया है।

20 जून से शुरू हो जाएगा उत्पादन : उत्पादों का परीक्षण लगभग पूरा हो चुका है। 20 जून से उत्पादन शुरू हो जाएगी। हर दिन प्रत्येक निर्माता के 100-100 यूनिट उत्पाद तैयार करने की योजना है। 20 हजार कंसंट्रेटर और आक्सीजन प्लांट बनाए जाएंगे।

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