कानपुर: डीएफसी की डाउन लाइन का आज होगा परीक्षण, रूमा से शुजातपुर तक चलाकर देखा जाएगा इंजन

भाऊपुर से प्रयागराज के रूट को भी दिसंबर 2021 तक शुरू होना था लेकिन कोविड की दूसरी लहर के चलते काम रूक गया। भाऊपुर से प्रयागराज के बीच 236 किमी लंबे रूट में अब रूमा शुजातपुर को शुरू किया जा रहा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 11:52 AM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:36 PM (IST)
कानपुर: डीएफसी की डाउन लाइन का आज होगा परीक्षण, रूमा से शुजातपुर तक चलाकर देखा जाएगा इंजन
एक सप्ताह बाद अप लाइन भी हो सकती है शुरू। प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जागरण संवाददाता। अमृतसर से कोलकाता के लिए ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कारीडोर का और हिस्सा आज से शुरू हो जाएगा। रूमा से कौशांबी के शुजातपुर तक डाउन लाइन पर मालगाड़ी का इंजन चलाकर परीक्षण किया जाएगा। सप्ताह भर बाद अप लाइन को भी शुरू करने की संभावना अधिकारी जता रहे हैं। डीएफसी अधिकारियों के मुताबिक इलेक्ट्रिफिकेशन का काम सोमवार की शाम को पूरा कर लिया गया है।

भाऊपुर से खुर्जा के बीच रूट को दिसंबर 2020 में शुरू कर दिया गया था।भाऊपुर से प्रयागराज के रूट को भी दिसंबर 2021 तक शुरू होना था लेकिन कोविड की दूसरी लहर के चलते काम रूक गया। भाऊपुर से प्रयागराज के बीच 236 किमी लंबे रूट में अब रूमा शुजातपुर को शुरू किया जा रहा है।यह दूरी करीब 130 किमी है।डीएफसी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश अग्रवाल बताते हैं कि प्रथम चरण में डाउन लाइन पर इंजन चलाकर परीक्षण किया जाएगा।इसके एक सप्ताह बाद अप लाइन को भी चार्ज करने का प्रयास किया जा रहा है। परीक्षण के बाद दोनों लाइन को शुरू करा दिया जाएगा।

मार्च 2022 में भाऊपुर-रूमा और शुजातपुर-प्रयागराज होगा शुरू: डीएफसी अधिकारी बताते हैं कि भाऊपुर से रूमा और शुजातपुर से प्रयागराज के बीच का रूट मार्च 2022 में शुरू कर दिया जाएगा।इस पर निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।यह रूट पूरा होने के बाद खुर्जा से प्रयागराज के बीच मालगाड़ी डीएफसी रूट पर चलेगी।रेल रूट खाली होने से यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी खत्म हो जाएगी।

36 ट्रेनें दौड़ती हैं रूट पर: भाऊपुर से खुर्जा के बीच 351 किमी लंबा डीएफसी रूट शुरू होने का असर दिल्ली से आने वाली यात्री ट्रेनों पर साफ दिखायी दे रहा है।यात्री ट्रेनें अब समय पर अपनें गंतव्य पर पहुंच रही हैं।भाऊपुर से प्रयागराज के बीच 236 किमी लंबा डीएफसी रूट शुरू होने के बाद करीब 600 किमी लंबे रूट पर ट्रेनें अपने गंतव्य से चलने लगेंगी।बता दें कानपुर से प्रयागराज के बीच 36 जोड़ी ट्रेनें चल रही हैं जो अक्सर मालगाड़ी की वजह से देरी से गंतव्य तक पहुंचती हैं। 

chat bot
आपका साथी