महोबा : वैक्सीन की कमी से सेंटरों का काम ठप, हर रोज आकर मायूस लौट रहे लोग
कोरोना संक्रमितों के मामले में जिले ने पहले ही जंग जीत ली थी लेकिन वैक्सीनेशन को लेकर धीमी गति से प्रशासन परेशान था। इसके लिए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जुलाई माह से घर-घर टीकाकरण अभियान शुरू करने के निर्देश दिए थे
महोबा, जेएनएन। जिले में एक समय था जब वैक्सीन भरपूर थी लेकिन लोग सेंटरों पर नहीं पहुंच रहे थे। इस समय लोग वैक्सीनेशन केंद्रों पर अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं तो वैक्सीन डोज शार्ट पड़ चुकी हैं। जैतपुर, कबरई, चरखारी के कई केंद्रों पर बीते कई दिनों से वैक्सीन की कमी से लोग मायूस होकर लौट रहे हैं। मंगलवार को सुबह जिले में वैक्सीन की खेप पहुंची लेकिन आगे फिर इसकी कमी होने की शंका अभी से होने लगी है।
कोरोना संक्रमितों के मामले में जिले ने पहले ही जंग जीत ली थी लेकिन वैक्सीनेशन को लेकर धीमी गति से प्रशासन परेशान था। इसके लिए प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने जुलाई माह से घर-घर टीकाकरण अभियान शुरू करने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत जनपद के कबरई ब्लाक का पायलट प्रोजेक्ट के लिए चयनित किया गया है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. जीआर रत्मेले ने बताया कि जुलाई से पूरे प्रदेश में रोजाना 10 लाख लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। ब्लाक तथा शहरी क्षेत्र में नगर निकाय को इकाई के रूप में लेकर कार्ययोजना बनाई जा रही है। इन इकाइयों को क्लस्टर्स में विभाजित किया गया है। लेकिन वर्तमान में वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में न मिलने से हर केंद्र पर इसकी उपलब्धता नहीं हो पा रही है।
पिछले सप्ताह से ही इसकी कमी बनी हुई है। मंगलवार को करीब 11 हजार वैक्सीन डोज उपलब्ध हुई। इन्हें जिले के सभी केंद्रों पर भेजा गया। अगली खेप आने तक इसी से काम चलाना पड़ेगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि वैक्सीन डोज की खेप कम आने से दिक्कत है, ऊपर से निर्देश हैं कि फिलहाल उपलब्धता की गति कुछ समय तक ऐसी ही रहेगी। आगे हालात में सुधार होगा।