दोहरे हत्याकांड में सपा एमएलसी कमलेश पठक समेत 11 की कोर्ट में हुई पेशी, बढ़ सकती हैं मुश्किलें

15 मार्च 2020 को पुलिस की मौजूदगी में दिनदहाड़े अधिवक्ता मंजुल चौबे व उसकी चचेरी बहन सुधा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में सपा एमएलसी कमलेश पाठक पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक रामू पाठक व सगे संबंधी सहित 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया था।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:16 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 05:16 PM (IST)
दोहरे हत्याकांड में सपा एमएलसी कमलेश पठक समेत 11 की कोर्ट में हुई पेशी, बढ़ सकती हैं मुश्किलें
कोर्ट में पेशी के लिए जाते सपा एमएलसी कमलेश पाठक व अन्य।

औरैया, जागरण संवाददाता। शहर में बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड में सपा एमएलसी कमलेश पाठक समेत 11 हत्यारोपितों को मंगलवार दोपहर करीब सवा दो बजे न्यायालय में पेश किया गया। बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने मुकदमे के वादी से जिरह शुरू की। इस प्रकरण में सपा एमएलसी कमलेश पाठक की मुश्किलें कम होते नहीं दिख रही। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से सदर कोतवाली पुलिस का पहरा सख्त रहा। पूरे परिसर में पुख्ता इंतजाम रहे। 

सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला नरायनपुर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर परिसर में 15 मार्च 2020 को पुलिस की मौजूदगी में दिनदहाड़े अधिवक्ता मंजुल चौबे व उसकी चचेरी बहन सुधा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में सपा एमएलसी कमलेश पाठक, पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक, रामू पाठक, सरकारी गनर, ड्राइवर व सगे संबंधी सहित 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद कोर्ट से आरोपित अलग-अलग जेल भेजे गए। कमलेश पाठक को आगरा जेल भेजा गया। विशेष न्यायाधीश एमपी, एमएलए कोर्ट रजत सिन्हा के समक्ष मुकदमे का विचारण (ट्रायल) हुआ।

उच्च न्यायालय ने मामले के शीघ्र निस्तारण के निर्देश जारी किए। इसके अनुपालन में सुनवाई चल रही है। मंगलवार को सपा एमएलसी कमलेश पाठक को सेंट्रल जेल आगरा व अन्य आरोपितों को फिरोजाबाद, उरई व इटावा जेल से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में कोर्ट लाया गया। आरोपितों की मौजूदगी में बचाव पक्ष के वकील ने वादी से जिरह की। सुनवाई के दौरान कचहरी परिसर में सीओ सुरेंद्र नाथ यादव के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं कोर्ट पहुंचने से पहले कमलेश पाठक के चहेते पहुंचे थे। कुछ ने पुलिस के घेरेबंदी के बीच उन तक पहुंचने का प्रयास भी किया। मौका हाथ लगने पर पैर छूने के लिए हाथ भी बढ़ाया। जिस पर पुलिस ने उन्हें रोका। कोर्ट के बाहर पुलिस का कड़ा पहरा रहा।

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