राष्ट्रपति कोविंद पर डॉक्यूमेंट्री बना रही टीम पहुंची उनके गांव, भाभी बोलीं...लल्ला को लरिका की तरह पालो है
Documentary on President Ramnath Kovind राष्ट्रपति की भतीजियों कमलेश अंजली कंचनलता व हेमलता ने शूटिंग के दौरान कहा कि भारत में बालिका शिक्षा आवश्यक और अनिवार्य है। अब लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे जा रही हैं। गांव के बुजुर्गों और उनके बड़े भाई रामस्वरूप से भी बातचीत की।
कानपुर देहात, जेएनएन। Documentary Of President Ramnath Kovind राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के जीवन पर डॉक्यूमेंट्री बना रही दूरदर्शन की टीम जिले के झींझक क्षेत्र पहुंची। जहां राष्ट्रपति काेविंद ने अपना बचपन गुजारा। उनकी भाभी विद्यावती के घर पर मिलने के बाद टीम ने राष्ट्रपति के बचपन, छात्र जीवन से लेकर उनकी रुचि और व्यवहार के बारे में विद्यावती से सवाल किए तो वह बोलीं, लल्ला (राष्ट्रपति) से हमाओ बहुत लगाव है, बचपने से लरिका की तरह पालो है। लल्ला पांच वर्ष के थे, तब माता जी का देहांत हो गया था। मैंने बड़ी भाभी नहीं, उन्हें मां का प्यार दिया। उन्होंने भी मुझे मां का दर्जा दिया।
शपथ ग्रहण के अवसर को लेकर सुनाया ये किस्सा
राष्ट्रपति की भाभी ने बताया कि मैं शपथ ग्रहण में राष्ट्रपति भवन पहुंची तो उन्होंने कहा, भाभी तुम आगे चलो। तब मैंने लल्ला से कहो, तुमही आगे चलो...हमार आशीर्वाद तुम्हरे साथ है। वह हमेशा मेरा हालचाल लिया करते हैं। बताते चलें कि इस दौरान विद्यावती ने दूरदर्शन की टीम को अंगवस्त्र देकर सम्मानित भी किया। साथ में राष्ट्रपति के निजी सचिव अमरजीत भी थे।
राष्ट्रपति के बारे में जानिए ये भी तथ्य
राष्ट्रपति की भतीजियों कमलेश, अंजली, कंचनलता व हेमलता ने शूटिंग के दौरान कहा कि भारत में बालिका शिक्षा आवश्यक और अनिवार्य है। अब लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से आगे जा रही हैं। राष्ट्रपति के राज्यसभा सदस्य के कार्यकाल में प्रतिनिधि रहे श्याम मोहन दुबे से भी कई सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि समय का पाबंद होना ही राष्ट्रपति जी की सबसे बड़ी खूबी है। अक्सर वह स्टेशन पर ट्रेन से उतर कर पैदल ही घर चले जाते थे। राष्ट्रपति के पैतृक गांव परौंख स्थित वीरांगना झलकारी बाई इंटर कॉलेज के प्रबंधक राजेश गुप्ता से भी बातचीत शूट की गई। इसके बाद टीम राष्ट्रपति के भाई प्यारेलाल के घर पहुंची। उन्होंने बताया कि वह खाना लेकर परौंख से खानपुर पढऩे आते थे। जब थक जाते तो पेड़ के नीचे आराम करते थे और खाना खाते थे। राष्ट्रपति ने बचपन में जिस प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाई की थी, वहां दूरदर्शन की टीम ने शूटिंटग की। गांव के बुजुर्गों और उनके बड़े भाई रामस्वरूप से भी बातचीत की।