इलाज में महंगाई का डोज: डाक्टरों और अस्पतालों में बढ़ाया चार्ज, यहां देखिए बढ़े रेट की पूरी सूची

कोरोना काल के दौरान दवाओं से लेकर आपरेशन के पैकेज महंगे हो गए हैं। डाक्टरों ने निजी अस्पतालों में विजिटिंग का चार्ज बढ़ाया है तो अस्पतालों का भी पैकेज रेट सात हजार से तीस हजार रुपये तक पहुंच गया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 09:58 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 09:58 AM (IST)
इलाज में महंगाई का डोज: डाक्टरों और अस्पतालों में बढ़ाया चार्ज, यहां देखिए बढ़े रेट की पूरी सूची
अस्पतालों में अब इलाज बेहद महंगा हो गया है।

कानपुर, [ऋषि दीक्षित]। कोरोनाकाल में महंगाई बेतहाशा बढ़ी है। मरीजों के इलाज में महंगाई का डोज बहुत भारी पड़ रहा है। दवाओं से लेकर आपरेशन और डाक्टरों के विजिटिंग चार्ज तक बढ़ गए हैं। सर्जरी के पैकेज का रेट भी बढ़ गया है। जनरल, लेप्रेास्कोपिक और न्यूरो सर्जरी के रेट में सात हजार रुपये से लेकर 30 हजार रुपये तक बढ़ा दिए गए हैं। निजी अस्पतालों में डाक्टरों के विजिटिंग चार्ज भी दो सौ से पांच सौ रुपये तक बढ़ गए हैं। एनस्थीसिया विशेषज्ञ स्पाइन से बेहोशी का पहले दो हजार रुपये लेते थे, जिसे बढ़ाकर तीन हजार रुपये कर दिया है। वहीं, मुंह से बेहोशी (जीआइ) का तीन हजार से लेकर चार हजार रुपये कर दिया है।

निजी अस्पतालों में बढ़ा ओपीडी शुल्क

कुछ निजी अस्पतालों ने ओपीडी शुल्क भी बढ़ा दिया है, इसमें दो सौ से लेकर एक हजार रुपये बढ़ाए गए हैं। इसी तरह क्लीनिक में भी डाक्टरों ने ओपीडी शुल्क पांच सौ से बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया है।

सर्जरी के पैकेज : कोरोना से पहले : कोविड काल

जनरल सर्जरी (ओपेन) : 20,000 : 27,000

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी : 26,000 - 35,000

सुपर स्पेशियलिटी सर्जरी : 50,000 - 80,000

डाक्टर का विजिङ्क्षटग चार्ज

फिजीशियन : 800 - 1,000

बाल रोग विशेषज्ञ : 1,000 - 1,300

सुपर स्पेशियलिस्ट : 1,700 - 2,200

एनेस्थेटिक : 2,000 - 3,500

दवाएं भी 10-25 फीसद महंगी

दवाओं की कीमत

दवा : पुराना मूल्य - नया मूल्य - कब बढ़ा

कार्डिवास 3.125 (उच्च रक्तचाप, हार्ट) (10 टेबलेट) - 37 - 40 - जून

निट्रो कोनटीन (हार्ट) 2.6 (30 टेबलेट) - 234 - 257 - नवंबर

इकोस्प्रिन एवी (हार्ट अटैक व ब्रेन स्ट्रोक)75 (15 टेबलेट) - 50.15 - 55.16 - अगस्त

जोरिल एम-1 (शुगर) (20 टेबलेट) - 172 - 188 - दिसंबर

रेक्लीमेंट एक्सआर (शुगर) (14 टेबलेट) - 288- 251 - दिसंबर

अरवास्ट 10 (हार्ट)(15 टेबलेट) - 204 - 222 - मई

जीफी सीवी-200 (एंटीबायोटिक) (10 टेबलेट) - 253 - 278 - मई

सिलोडाल डीपी (प्रोस्टेट) (10 टेबलेट) - 380 - 415 - अगस्त

सेरोफ्लो 250 (रोटोकैप)( आब्सट्रक्टिव पलमोनरी डिसीज व अस्थमा) - 391.97 - 431.16 - जुलाई

सेरोफ्लो 250 (इनहेलर) ( आब्सट्रक्टिव पलमोनरी डिसीज व अस्थमा) - 634 - 685.14 - दिसंबर

पैम-डी (एसिडिटी)(15 कैप्सूल) - 178 - 190 - दिसंबर

-दवाओं के कई साल्ट चीन से आते थे। कोरोना महामारी के बाद से चीन से आपूर्ति बंद हो गई है। इस वजह से फार्मा कंपनियों को दवाओं के साल्ट दूसरे देशों से मंगवाने पड़ रहे हैैं। इस वजह से दवाओं के दाम 10 से लेकर 25 फीसद तक बढ़ गए हैं। इसमें सामान्य खांसी-बुखार से लेकर ब्लड प्रेशर, मधुमेह, किडनी और लिवर एवं सामान्य एंटीबायोटिक दवाएं हैं। -नंदकिशोर ओझा, महामंत्री, दि दवा व्यापार मंडल

-एसोसिएशन के स्तर से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। पेट्रोल-डीजल, सर्जिकल आइटम एवं डिस्पोजल के दाम बढ़ गए हैं। कोरोनाकाल में काम कराने के लिए कर्मचारियों का वेतन भी बढ़ाना पड़ा। काम कम होने से खर्च नहीं निकल पा रहे हैं। खर्च नहीं निकलने पर चार्ज बढ़ाना पड़ा है। सभी जगह चार्ज नहीं बढ़े हैं, कुछ जगह ही बढ़े हैं। -डा. महेंद्र सरावगी, अध्यक्ष, नर्सिंगहोम एसोसिएशन।

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