सरकार के आदेश की अफसरों को नहीं परवाह
सरकार के आदेशों की परवाह भी अब अफसरों को नहीं है। संवेदनहीनता की पराकाष्ठा इस कदर है कि समस्याएं सामने हैं, लेकिन अफसरों को वह भी नहीं दिख रही है।
जागरण संवाददाता, कानपुर: सरकार के आदेशों की परवाह भी अब अफसरों को नहीं है। संवेदनहीनता की पराकाष्ठा इस कदर है कि समस्याएं सामने हैं, लेकिन अफसरों को वह भी नहीं दिख रही है। हालत यह है कि अफसरों की लापरवाही के चलते खुले गड्ढे अब जानलेवा बन गए हैं। आदेश के बाद भी बैरीकेडिंग नहीं लगाई गई है। अगर लगाई है तो केवल दिखावे के लिए। शायद अफसर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री के आदेश की चिंता अफसरों को नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने आदेश दिए हैं कि खोदाई वाले स्थानों पर मानकों का पालन किया जाए, लेकिन कहीं भी आदेशों का पालन होता नजर नहीं आ रहा है। ----------------------- खोदाई स्थल का हाल - तिलक नगर चौराहे के पास पिछले डेढ़ माह से लीकेज ठीक करने का काम चल रहा है। सड़क पर मिंट्टी डाल दी है, लेकिन बैरीकेडिंग नहीं लगाई है और न ही चेतावनी लिखा बोर्ड लगा है। - नजीराबाद थाने के बगल में पिछले एक माह से काम चल रहा है। बैरीकेडिंग के नाम पर खिलवाड़ हो रहा है। बैरीकेडिंग केवल सड़क पर पड़ी है। एक-दूसरे को बांधकर नहीं लगाई गई है। काम भी रुका पड़ा है। यहां भी चेतावनी बोर्ड नहीं लगा है। - गुमटी नंबर पांच में बीच सड़क पर काम चल रहा है, लेकिन यहां भी बैरीकेडिंग नहीं लगाई है और कहीं भी चेतावनी बोर्ड नहीं लगा है। -------------------- नियम यह है - लाल रंग से सावधान लिखा बोर्ड लगा होना चाहिए। - गढ्डे के चारों तरफ बैरीकेडिंग लगी होनी चाहिए। साथ ही टीन शेड लगाई जाए ताकि धूल नहीं उड़े। - धूल रोकने के लिए पानी का छिड़काव कराया जाए। -------------------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार कई बार अफसरों को फटकार लगाई। खुद भी काम रुकवाया। बिना बैरीकेडिंग लगे कामों पर संबंधित अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री को इन अफसरों के नाम कार्रवाई के लिए भेजे जाएंगे। - प्रमिला पांडेय, महापौर