डीएम ने अफसरों से बैठक में कहा... कानपुर में जाम का मुख्य कारण क्या है? और इसका कैसे? समाधान हो बताएं
लखनऊ की ओर से शहर में आने और लखनऊ जाने के लिए शहर के तीन मुख्य रास्ते हैं। पहला रास्ता जाजमऊ होकर दूसरा शुक्लागंज होते हुए और तीसरा गंगा बैराज का है। जाजमऊ पुल और उसके दोनों ओर सड़क टूटी होने से जाम लगता है।
कानपुर, जेएनएन। लखनऊ से आते समय शहर के इंट्री प्वाइंट पर लगने वाले जाम के समाधान को लेकर प्रशासन गंभीर हुआ है। मंगलवार को डीएम आलोक तिवारी ने शिविर कार्यालय में एनएचएआइ, सेतु निगम व पीडब्ल्यूडी के अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने जाम के कारणों को जाना और समाधान कैसे हो सकता है, उसकी जानकारी ली। झाड़ीबाबा पड़ाव पुल के निर्माण में बाधा बन रही ओईएफ की बाउंड्रीवाल को शिफ्ट कराने के लिए ओईएफ प्रबंधन से बात करने का आश्वासन दिया।
लखनऊ की ओर से शहर में आने और लखनऊ जाने के लिए शहर के तीन मुख्य रास्ते हैं। पहला रास्ता जाजमऊ होकर, दूसरा शुक्लागंज होते हुए और तीसरा गंगा बैराज का है। जाजमऊ पुल और उसके दोनों ओर सड़क टूटी होने से जाम लगता है। पिछले दिनों यातायात विभाग की टीम ने गड्ढों में मलबा भरकर यातायात को सुचारु करने का प्रयास किया था। रही बात शुक्लागंज मार्ग की तो 2014 से बन रहा झाड़ी बाबा पड़ाव पुल अभी तक बनकर तैयार नहीं हो सका, जबकि इसे 2016 में ही बन जाना था। इस पुल के निर्माण में की राह में सीवर लाइन, पानी की अंडरग्राउंड लाइनें बनीं। इसे हटाने के लिए कैंट बोर्ड से एनओसी लेने में काफी समय लगा और इस वजह से काम बंद रहा। अब काम चल रहा है तो ओईएफ की बाउंड्रीवाल बाधा है। डीएम आलोक तिवारी ने पूछा तो परियोजना प्रबंधक केएन ओझा ने उन्हेंं बताया कि वहां यातायात डायवर्ट करने में दिक्कत है, इस वजह से जाम लगता है। डीएम ने कहा कि पुल नवंबर में बनकर तैयार हो जाए। सेतु निगम परियोजना प्रबंधक केएन ओझा ने कहा कि बाउंड्रीवाल की शिफ्टिंग हो जाए तो दिसंबर तक बन जाएगा। डीएम ने कहा, वह इस संबंध में ओईएफ प्रबंधन से बात करेंगे और समस्या दूर कराएंगे।
पुराना गंगा पुल बंद होने से भी जाम : पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता मुकेश चंद्र शर्मा ने डीएम से कहा कि पुराना शुक्लागंज पुल के पिलर में दरार आने से यातायात बंद किया गया है। पुल जब तक चल रहा था जाम की समस्या ज्यादा नहीं थी। झाड़ी बाबा पड़ाव पुल बनने के बाद जाम की समस्या खत्म होगी। अधिशासी अभियंता ने बताया कि केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान की रिपोर्ट के आधार पर पुराने शुक्लागंज पुल की डीपीआर बनाई जानी है। इसके लिए 50 लाख रुपये की जरूरत है, धनराशि मांगी गई है। डीएम ने कहा कि जो भी पत्राचार हुआ है, उन्हेंं दें ताकि वह शासन में पैरवी कर सकें।
जाजमऊ पुल व आसपास की सड़क बनेगी : एनएचएआइ के अफसर ने बताया कि जाजमऊ पुल और उसके दोनों ओर सड़क के टूटने की वजह से जाम की समस्या आ रही है। बारिश खत्म होते ही वहां सड़क की मरम्मत होगी। फिलहाल गड्ढे भर दिए गए हैं। डीएम ने कहा, जल्द सड़क बना दें, ताकि जाम की समस्या खत्म हो।
झाड़ी बाबा पुल प्रोजेक्ट
पुल का निर्माण शुरू हुआ : मार्च 2014 में
बनकर तैयार होना था : दिसंबर 2016 में
पुल की शुरुआत में लागत : 34 करोड़ रुपये
वर्तमान में पुल की लागत : 44.31 करोड़ रुपये 147 साल पहले पुराना शुक्लागंज गंगा पुल बना था। 10 अप्रैल 2021 को पुराना गंगा पुल बंद कर दिया गया था। 40 हजार वाहन रोज पुराना गंगा पुल से निकलते थे।