कानपुर दक्षिण में कई दुकानों में नहीं हो सका राशन का वितरण, जानिए क्या है वजह
सरकारी गल्ले की दुकान पिछले दो दिनों से बंद है। यहां आने वाले ग्राहक हर दिन वापस लौट रहें व पोर्टिबिलिटी के माध्यम से किसी अन्य दुकानों से राशन ले रहे हैं। इसी तरह उस्मानपुर गांव में अरविंद सफेद कॉलोनी रतनलालनगर में सरकारी गल्ले की दुकानें बंद रहीं।
कानपुर, जेएनएन। दक्षिण क्षेत्र में कोटेदारों से कार्डधारक बहुत परेशान हैं। क्षेत्र की आधा दर्जन से ज्यादा दुकानें शुक्रवार को बंद मिलीं। इससे कार्डधारकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिकारी भी शिकायतों को गंभीरता नहीं लेते।
गोविंदनगर केडीए मार्केट में अभिकर्ता यशपाल मल्होत्रा की सरकारी गल्ले की दुकान पिछले दो दिनों से बंद है। यहां आने वाले ग्राहक हर दिन वापस लौट रहें व पोर्टिबिलिटी के माध्यम से किसी अन्य दुकानों से राशन ले रहे हैं। इसी तरह उस्मानपुर गांव में अरविंद, सफेद कॉलोनी, रतनलालनगर में सरकारी गल्ले की दुकानें बंद रहीं। गोविंदनगर कच्ची बस्ती के कार्डधारक रोशन कुमार ने बताया कि हर माह वितरण के समय दुकान अक्सर बंद मिलती है। इस वजह से पोर्टिबिलिटी के माध्यम से राशन लेते हैं।
कार्डधारकों का आरोप है कि अरविंद अपनी दुकान से आधा किमी दूर लोगों से वितरण के पहले ही अंगूठा लगवा लेते हैं। इसके बाद निर्धारित दुकान में बांट कर किसी अन्य दुकान में वितरण करता है। कार्डधारकों का कहना है कि कई बार गोविंदनगर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई शिकायतों को गंभीरता से नहीं लेता है। कार्रवाई नहीं होने पर कोटेदार कार्डधारकों को परेशान करते हैं। जिला आपूर्ति अधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि बंद दुकानों के संबंध में पूर्ति निरीक्षक से जवाब तलब किया जाएगा।