मेट्रो रेल कारापोरेशन और सीएसए विवि के बीच ठनी, कुलपति ने शासन को भेजा पत्र

यूपी मेट्रो रेल कारपारेशन और चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के बीच डिपो और यार्ड के लिए भूमि को लेकर मतभेद बन गए हें। सीएसए ने भूमि देने से इन्कार किया और प्रबंध मंडल की बैठक में प्रस्ताव अस्वीकार होने पर कुलपति ने शासन को पत्र भेजा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 11:58 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 11:58 AM (IST)
मेट्रो रेल कारापोरेशन और सीएसए विवि के बीच ठनी, कुलपति ने शासन को भेजा पत्र
सीएसए और मेट्रो के बीच की रार बढ़ी।

कानपुर, जागरण संवाददाता। मेट्रो रेल कारपोरेशन के डिपो व कास्टिंग यार्ड के लिए भूमि देने से चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) प्रशासन ने साफ इन्कार कर दिया है। विवि का कहना है कि भूमि देने से सैकड़ों छात्रों को शोध कार्यों में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि संस्थान के पास फसल प्रबंधन और शोध के लिए पर्याप्त भूमि नहीं है।

सीएसए के नवाबगंज स्थित फसल शोध केंद्र की करीब 18 हेक्टेयर जमीन को मेट्रो रेल कारपोरेशन को स्थानांतरित करने के लिए प्रस्ताव तैयार हुआ था। इसमें से 14 हेक्टेयर भूमि स्थायी तौर पर और करीब चार हेक्टेयर भूमि अस्थायी रूप से स्थानांतरण करने के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया, लेकिन विवि प्रशासन शुरुआत से ही भूमि देने से इन्कार कर रहा है। दो दिन पूर्व विवि की प्रबंध मंडल की बैठक में भी इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई। तब कुलपति ने साफ तौर पर भूमि स्थानांतरण से इन्कार कर दिया।

कुलपति डा. डीआर सिंह ने बताया कि विचार विमर्श के बाद प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया है। इस बाबत शासन को भी पत्र भेजा गया है। उन्होंने बताया कि विवि के पीएचडी और परास्नातक के छात्र-छात्राएं फसल शोध केंद्र की भूमि पर ही शोध कार्य करते हैं। अगर भूमि मेट्रो को स्थानांतरित हो गई तो सैकड़ों छात्र-छात्राओं के शोध कार्य प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि विवि के पास पहले से ही भूमि की कमी है।

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