पूर्णिमा पर गुरु गृह नहीं जा पाएंगे शिष्य, धारकुंडी और तुलसी पीठ में भी नहीं होगा कोई कार्यक्रम

जिले में परमहंस आश्रम धारकुंडी में गुरु पूर्णिमा का महापर्व औपचारिक तौर पर मनाया जाएगा। आश्रम प्रबंधन के अध्यक्ष रामायण दास ने यह फैसला लिया है। बताया कि केवल आश्रम के संतों के बीच कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए गुरु पूर्णिमा सामान्य तौर पर मनाई जाएगी

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 06:55 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 06:55 AM (IST)
पूर्णिमा पर गुरु गृह नहीं जा पाएंगे शिष्य, धारकुंडी और तुलसी पीठ में भी नहीं होगा कोई कार्यक्रम
लोगों से अनुरोध किया है कि वे अपने घर से ही गुरु पूजन करें। खुद और समाज को बचाएं

चित्रकूट, जेएनएन। गुरु पूर्णिमा में इस साल भी शिष्यों को गुरु गृह जाने को नहीं मिलेगा। कोरोना महामारी को देखते हुए गुरुजन ने खुद गुरु पूर्णिमा नहीं मनाने की अपील की है और लोगों से अनुरोध किया है कि वे अपने घर से ही गुरु पूजन करें। खुद और समाज को बचाएं।

जिले से सटे मध्य प्रदेश के सतना जिले में परमहंस आश्रम धारकुंडी में गुरु पूर्णिमा का महापर्व औपचारिक तौर पर मनाया जाएगा। आश्रम प्रबंधन के अध्यक्ष रामायण दास ने यह फैसला लिया है। बताया कि केवल आश्रम के संतों के बीच कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए गुरु पूर्णिमा सामान्य तौर पर मनाई जाएगी। आश्रम परिसर में कोई भी बड़ा कार्यक्रम पूर्व के वर्षों की भांति नहीं होगा। बता दें, धारकुंडी आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर प्रदेश के जिलों के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, बंगाल, बिहार समेत देश-विदेश से हजारों शिष्य परमहंस स्वामी सच्चिदानंद गुरुदेव के दर्शन को आते हैं। दूसरी ओर निर्मोही अखाड़े के महंत दीनदयालदास और शिवरामदास ने भी शिष्यों से अपील की है कि गुरु पूर्णिमा पर अपने घरों में ही पूजा पाठ करें। कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।

तुलसी पीठ में भी नहीं मनाई जाएगी गुरु पूर्णिमा : चित्रकूट में तुलसी पीठ, जानकीकुंड में भी गुरु पूर्णिमा का आयोजन नहीं होगा। उत्तराधिकारी आचार्य रामचंद्रदास ने बताया कि कोरोना महामारी और गुरुजी (जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य) के अस्वस्थ होने के कारण पर्व नहीं मनाया जाएगा। गुरुजी का देहरादून में इलाज चल रहा है।

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