शहर में जगह-जगह फैली गंदगी खोल रही स्वच्छ भारत अभियान की पोल
मंत्री जी! न सड़कें बनीं न चट्टे हट पाए, बेसहारा जानवरों को हटाए बिना दिखावा रहेगा स्मार्ट सिटी का दावा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। शहर को स्मार्ट बनाने की कवायद कारगर होती नजर नहीं आ रही। नगर विकास मंत्री की सख्त हिदायत के बावजूद आज तक न सड़कें बन सकीं और न ही चट्टे हटाए जा सके। नौ माह बाद शुक्रवार को एक बार फिर नगर विकास मंत्री शहर में आ रहे हैं। उनके आदेश पर सुधार कितना हुआ इसका उदाहरण वे शहर के किसी भी कोने में देख सकते हैं।
नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना पिछले वर्ष 28 दिसंबर को कानपुर आए थे। उस दौरान उन्होंने दो माह के अंदर शहर से चट्टे हटाने के निर्देश दिए थे। नौ माह गुजर गए लेकिन उनके आदेश का पालन ही नहीं किया गया। कुछ दिन पहले कुछ चट्टे हटाकर बिनगवां स्थित कैटल कॉलोनी भेजे गए लेकिन वह फिर पुरानी जगह आ गए। पेयजल एटीएम और स्वच्छता एटीएम दिखावा बनकर रह गए। इसके अलावा बेसहारा जानवर भी शहर की बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। तीन लाख से ज्यादा इन जानवरों को शहर से हटाए बिना स्मार्ट सिटी का ख्वाब अधूरा ही रहेगा। रोड कटिंग शुल्क जमा फिर भी नहीं बन रहीं सड़कें रोड कटिंग का साढ़े आठ करोड़ रुपये शुल्क नगर निगम में जमा है। इसके बाद भी खोदी पड़ी सड़कों को नहीं बनाया जा रहा है।
आर्य नगर, गांधीनगर, किदवईनगर, जाजमऊ, श्याम नगर समेत कई जगह सड़कें बुरी हालत में हैं। मोटरेबल न होने के कारण वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। मंत्री के आने वाला क्षेत्र साफ नगर विकास मंत्री जिस इलाके में आ रहे हैं उसे नगर निगम के अमले ने चमका दिया है। एमजी कॉलेज तिलक नगर से मोतीझील तक शुक्रवार को स्वच्छ भारत अभियान के तहत रैली आनी है। इसमें मंत्री जी भी साथ चलेंगे। इसको लेकर नगर निगम ने आस-पास के क्षेत्र को पूरी तरह साफ कर दिया।
सड़क के बीच में स्थित डिवाइडर का भी रंगरोगन किया जा रहा है। हालांकि शहर के अन्य स्थानों की दशा वैसी ही है। जाजमऊ, पनकी, नारामऊ, नानकारी, डिफेंस कालोनी जाजमऊ, श्यामनगर, नौबस्ता, किदवईनगर, छपेड़ापुलिया, न्यू सिविल लाइंस, दलेल पुरवा बर्रा समेत कई जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। रेंग रहा कूड़ा निस्तारण प्लांट भाऊसिंह पनकी में स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट भी रेंग रहा है। लाखों टन कूड़े के ढेर लगे हैं। कूड़ा जलने के कारण आस-पास के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। कूड़े से बिजली बनाने की योजना भी कागजों में ही चल रही है।
नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना पिछले वर्ष 28 दिसंबर को कानपुर आए थे। उस दौरान उन्होंने दो माह के अंदर शहर से चट्टे हटाने के निर्देश दिए थे। नौ माह गुजर गए लेकिन उनके आदेश का पालन ही नहीं किया गया। कुछ दिन पहले कुछ चट्टे हटाकर बिनगवां स्थित कैटल कॉलोनी भेजे गए लेकिन वह फिर पुरानी जगह आ गए। पेयजल एटीएम और स्वच्छता एटीएम दिखावा बनकर रह गए। इसके अलावा बेसहारा जानवर भी शहर की बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। तीन लाख से ज्यादा इन जानवरों को शहर से हटाए बिना स्मार्ट सिटी का ख्वाब अधूरा ही रहेगा। रोड कटिंग शुल्क जमा फिर भी नहीं बन रहीं सड़कें रोड कटिंग का साढ़े आठ करोड़ रुपये शुल्क नगर निगम में जमा है। इसके बाद भी खोदी पड़ी सड़कों को नहीं बनाया जा रहा है।
आर्य नगर, गांधीनगर, किदवईनगर, जाजमऊ, श्याम नगर समेत कई जगह सड़कें बुरी हालत में हैं। मोटरेबल न होने के कारण वाहनों का निकलना मुश्किल हो गया है। मंत्री के आने वाला क्षेत्र साफ नगर विकास मंत्री जिस इलाके में आ रहे हैं उसे नगर निगम के अमले ने चमका दिया है। एमजी कॉलेज तिलक नगर से मोतीझील तक शुक्रवार को स्वच्छ भारत अभियान के तहत रैली आनी है। इसमें मंत्री जी भी साथ चलेंगे। इसको लेकर नगर निगम ने आस-पास के क्षेत्र को पूरी तरह साफ कर दिया।
सड़क के बीच में स्थित डिवाइडर का भी रंगरोगन किया जा रहा है। हालांकि शहर के अन्य स्थानों की दशा वैसी ही है। जाजमऊ, पनकी, नारामऊ, नानकारी, डिफेंस कालोनी जाजमऊ, श्यामनगर, नौबस्ता, किदवईनगर, छपेड़ापुलिया, न्यू सिविल लाइंस, दलेल पुरवा बर्रा समेत कई जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। रेंग रहा कूड़ा निस्तारण प्लांट भाऊसिंह पनकी में स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट भी रेंग रहा है। लाखों टन कूड़े के ढेर लगे हैं। कूड़ा जलने के कारण आस-पास के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। कूड़े से बिजली बनाने की योजना भी कागजों में ही चल रही है।