Polytechnic Institutes में Digital Infrastructure बनेगा, प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत की तैयारी
वर्चुअल लैब और कानफ्रेंस रूम की तैयारी चल रही है। वर्चुअल लैब की मदद से छात्र-छात्राएं घर बैठे ही प्रयोगशाला का उपयोग कर सकेंगे। उनका आकलन बिल्कुल हूबहू असल तरीके का होगा। कुछ संस्थानों में सिमुलेटर मशीनें लगवाने की योजना बनी है।
कानपुर, जेएनएन। प्रदेश के पालीटेक्निक संस्थानों में नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने अगले दो वर्षों के अंदर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर (बुनियादी ढांचा) को मजबूत करने की प्लानिंग की है। इसमें स्मार्ट क्लासरूम, वर्चुअल लैब, डिजिटल लाइब्रेरी, कानफ्रेंस रूम आदि शामिल हैं। इन व्यवस्थाओं से आनलाइन पढ़ाई की सुविधा बेहतर हो जाएगी। छात्र-छात्राओं को अन्य संस्थानों के विशेषज्ञों से आनलाइन जोड़ा जा सकेगा। छात्र विदेश के संस्थानों की पुस्तकों से जानकारी ले सकेंगे। कुछ संस्थानों में स्मार्ट क्लासरूम और डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा हो गई है। वर्चुअल लैब और कानफ्रेंस रूम की तैयारी चल रही है। वर्चुअल लैब की मदद से छात्र-छात्राएं घर बैठे ही प्रयोगशाला का उपयोग कर सकेंगे। उनका आकलन बिल्कुल हूबहू असल तरीके का होगा। कुछ संस्थानों में सिमुलेटर मशीनें लगवाने की योजना बनी है। यह छात्रों को अत्याधुनिक तरीके से आटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रानिक्स और अन्य ब्रांच का काम समझा सकेंगे। इन मशीनों को वर्कशाप में स्थापित किया जाएगा।
निदेशालय ने तैयार की सूची : प्राविधिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश भर के पालीटेक्निक की सूची तैयार कर ली है। उसमें उनके यहां संसाधन, छात्रों और शिक्षकों की संख्या, कंप्यूटर लैब, डिजिटल लैब, स्मार्ट क्लासरूम, वर्कशाप आदि शामिल हैं। कुछ संस्थानों में व्यवस्थाएं पहले से ही दुरुस्त हैं। ऐसे में उनके यहां जल्द ही शुरूआत कराई जा सकेगी। नए सत्र से कुछ जगह डिजिटल इंफ्रास्ट्रचर चालू हो जाएगा।