14 को घरों में पूजन व दीप जलाकर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाएंगे भक्त
बैठक में वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. वीएन आचार्य ने प्रस्ताव रखा कि समिति के पांच सदस्य 14 मई को आर्यनगर स्थित परशुराम वाटिका में जाकर भगवान की आरती व पूजन सांकेतिक रूप में करेंगे। भक्तों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। भगवान परशुराम जयंती पर शहर में होने वाले आयोजन को इस बार स्थगित कर दिया गया है। भक्त घर-घर भगवान की जयंती का उत्सव धूमधाम से मनाएंगे। हवन पूजन कर प्रभु से कोरोना मुक्ति की कामना करेंगे। समिति की ओर से सांकेतिक पूजन कर परंपरा का पालन किया जाएगा।
शनिवार को भगवान परशुराम सर्व कल्याण सेवा समिति द्वारा हुई वर्चुअल बैठक में यह निर्णय लिया गया। समिति के महामंत्री शेष नारायण त्रिवेदी ने बताया कि शहर में संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते परशुराम वाटिका में होने वाला दसवां आयोजन स्थगित कर दिया गया है। इसके साथ ही सभी भक्तों को अपने-अपने घरों में विधिवत पूजन अर्चन करते हुए भगवान का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाने का आग्रह भी किया गया है। बैठक में वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. वीएन आचार्य ने प्रस्ताव रखा कि समिति के पांच सदस्य 14 मई को आर्यनगर स्थित परशुराम वाटिका में जाकर भगवान की आरती व पूजन सांकेतिक रूप में करेंगे। भक्तों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। बैठक में तय किया गया कि सभी सदस्य अपने-अपने घरों में हवन कर भगवान से संक्रमण के समाप्त होने की कामना करेंगे। उन्होंने बताया कि वाटिका को प्रतिवर्ष की तरह सजाया जाएगा। जन्मोत्सव के दिन सभी शहरवासियों से निवेदन है कि अपने-अपने घरों में दीए जरूर जलाएं। इस अवसर पर राजा भरत अवस्थी, प्रदीप मिश्र, केके शुक्ला, संजय त्रिवेदी, पवन दुबे, आचार्य नरेंद्र शास्त्री, एसपी शुक्ला, अभय शंकर दुबे आदि उपस्थित रहे।