बांदा में रिश्वत लेते वीडियो पर उप जिला कृषि अधिकारी और लिपिक को किया गया निलंबित

जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार व संयुक्त कृषि निदेशक उमेशचंद्र कटियार ने मामले का संज्ञान लिया जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार का राजफाश संयुक्त कृषि निदेशक ने उप निदेशक को सौंपी जांच संयुक्त कृषि निदेशक उमेशचंद्र कटियार ने दोनों की जांच कर सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 11:45 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 11:45 PM (IST)
बांदा में रिश्वत लेते वीडियो पर उप जिला कृषि अधिकारी और लिपिक को किया गया निलंबित
निलंबित कर देने का आदेश दर्शाता सांकेतिक चित्र

बांदा, जेएनएन। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय में 10 हजार रुपये रिश्वत लेते वीडियो वायरल होने पर संयुक्त कृषि निदेशक ने उप जिला कृषि अधिकारी नाथूराम वर्मा और कनिष्ठ लिपिक को निलंबित कर दिया। जांच उप कृषि निदेशक को सौंपी गई है। दोनों को उप निदेशक कृषि रक्षा इकाई कार्यालय से संबद्ध किया गया है।

कृषि विभाग में तैनात प्राविधिक सहायक व उप जिला कृषि अधिकारी नाथूराम वर्मा पर शुरू से भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं। आय से अधिक संपत्ति और भ्रष्टाचार समेत कई मामले भी दर्ज किए जा चुके हैं, लेकिन पहुंच व पैसे के दम पर वह बचते रहे हैं। साठगांठ के कारण एक ही जिले में वह 15 वर्षों से लगातार तैनात हैं। शनिवार को एक अपने ही कर्मी से रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल हो गया। इससे उप जिला कृषि अधिकारी नाथूराम वर्मा व कनिष्ठ लिपिक यशवंत सिंह एक बार फिर संकट में फंस गए। जिला कृषि अधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार व संयुक्त कृषि निदेशक उमेशचंद्र कटियार ने मामले का संज्ञान लिया। उप जिला कृषि अधिकारी नाथूराम वर्मा और कनिष्ठ लिपिक यशवंत सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। नाथूराम वर्मा की जांच उप कृषि निदेशक रामकुमार माथुर जबकि कनिष्ठ लिपिक यशवंत सिंह की जांच भूमि संरक्षण अधिकारी शैलेंद्र वर्मा को दी गई है। संयुक्त कृषि निदेशक उमेशचंद्र कटियार ने दोनों की जांच कर सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने कहा कि यदि जांच में मामला सही पाया गया तो दोनों कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।  

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