घाटमपुर उपचुनाव को लेकर डिप्टी सीएम ने किया शंखनाद, लोगों को दी 71 परियोजनाओं की सौगात

उपमुख्यमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत कमल रानी वरुण अमर रहें! के नारे लगवाकर की 62 की लड़ाई का किया जिक्र केशव प्रसाद बोले कि वादे अधूरे नही रहने देंगे विपक्षी ये जान लें जनता ट्वीट पर वोट नहीं देती

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 01:56 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 01:56 PM (IST)
घाटमपुर उपचुनाव को लेकर डिप्टी सीएम ने किया शंखनाद, लोगों को दी 71 परियोजनाओं की सौगात
भाजपा नेताओं के साथ मंच पर मौजूद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

कानपुर, जेएनएन। प्राविधिक शिक्षा मंत्री स्व. कमलरानी वरुण के निधन के बाद घाटमपुर विधानसभा में उपचुनाव होने हैं। जिसे लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी माहौल के बीच सूबे के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य मंगलवार को कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र पहुंचे। मंच पर आते ही उन्होनें वहां उपस्थित सभी लोगों का अभिवादन किया। इसके साथ ही उन्होनें 272 करोड़ की लागत से 212 किमी लम्बी सड़कों का और 71 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। चुनावी शंखनाद करते हुये वे बोले कि 2020 के उपचुनाव को लेकर तैयार रहें और भाजपा को वोट देकर स्व.कमलरानी जी को सच्ची श्रद्धांजलि दें।

परास चौराहा मार्ग कमलरानी के नाम से जाना जाएगा -

उपमुख्यमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत कमल रानी वरुण अमर रहें! के नारे लगवाकर की। भाजपा की कद्दावर नेता का सम्मान करते हुए उन्होनें आनूपुर मोड़ से परास चौराहा मार्ग का कमलरानी के नाम से करने की घोषणा की।

विपक्षियों पर बोला हमला -

डिप्टी सीएम ने विपक्षी दलों पर प्रहार करते हुए कहा कि 62 की लड़ाई में जो क्षेत्र गंवा दिए गए थे। मोदी जी के नेतृत्व में सेना ने वहां तिरंगा फहरा दिया है। उन्होने ये भी कहा कि विपक्षियों द्वारा कृषि बिल का जो दुष्प्रचार किया जा रहा है उसके झांसे में ना आएं, यह किसानों के हित में है। गेहूं का समर्थन मूल्य 2014 में 960 अब 106 फीसद बढ़ कर 1925 रुपये है। सरकार की नीतियों को लेकर उन्होनें स्पष्ट किया कि 2014, 2017 व 2019 में किए गए वादे अधूरे नही रहने देंगे। विरोधी दल जनता को गुमराह कर रहे हैं और वो भी ये जान लें कि जनता ट्वीट पर वोट नहीं देती है।

पुतला दहन करने जा रहे सपाइयों को पुलिस ने रोका -

जिस समय शास्त्री चौक चौराहा के पास डिप्टी सीएम आए थे उसी के कुछ देर बाद सपाई उनका पुतला फूंकने के निकले थे। तभी वहां मौजूद पुलिस बल ने उन्हेंं रोक लिया इसी दौरान उनकी पुलिस से झड़प हो गई और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। 

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