शहर में डेंगू का बढ़ रहा प्रकोप , उर्सला और जीएसवीएम के ब्लड बैंक में प्लेटलेट्स का अभाव
कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच बढऩे लगे डेंगू के केस सरकारी और नॄसगहोम से भर्ती मरीजों को चढ़ाए जा रहे उर्सला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी के मुताबिक प्लेटलेट्स के स्टॉक में दिक्कत नहीं है निगेटिव ब्लड ग्रुप जरूर सीमित रह गया है।
कानपुर, जेएनएन। जहां एक ओर शहर में कोरोना का संक्रमण अपने चरम पर है वही, डेंगू ने अपने पैर इस कदर जमा लिए हैं प्रतिदिन इनके केस बढ़ रहे हैं। शहर के सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल्स में डेंगू के पॉजिटिव केस की संख्या में वृद्धि दर्ज की जा रही है। प्रतिदिन पर्याप्त संख्या में प्लेटलेट्स चढ़ाए जा रहे हैं, लेकिन अब स्थिति ये हो गई है कि उर्सला अस्पताल और जीएसवीएम कॉलेज के ब्लड बैंक में स्टॉक सीमित रह गया है।
हैलट और उर्सला में प्लेटलेट्स का अभाव
हैलट अस्पताल की ओपीडी और इमरजेंसी में रोजाना डेंगू के कई संदिग्ध मरीज आते हैं। उनके खून की जांच के बाद उनमें पॉजिटिव की पुष्टि होती है। कुछ केस हैमरेजिक भी आने लगे हैं, जिसमें रोगियों को इंटरनल ब्लीडिंग होती है। ऐसे रोगियों के शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगती हैं।
यही स्थिति उर्सला अस्पताल में भी है, वहां भी डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया के संभावित मरीज आते हैं। उर्सला अस्पताल के ब्लड बैंक प्रभारी के मुताबिक प्लेटलेट्स के स्टॉक में दिक्कत नहीं है। निगेटिव ब्लड ग्रुप जरूर सीमित रह गया है। कुछ संस्थाओं से रक्तदान शिविर के आयोजन की बात चल रही है।
रक्तदान के लिए की जा रही अपील
शनिवार की सुबह तक उर्सला में 32 और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में 27 यूनिट ही बचे हैं। कुछ तो गिनती के रह गए हैं। अस्पताल के अधिकारियों ने कई सामाजिक संस्थाओं से रक्तदान की अपील की है। वहीं स्वास्थ्य विभाग संक्रमित क्षेत्रों की निगरानी कर रहा है। वहां पर टीमें लगवाकर एंटी लार्वा स्प्रे का छिड़काव कराया जा रहा है।
ब्लड बैंक की स्थिति
बैंक | A+ | A- | B+ | B- | AB+ | AB- | O+ | O- |
उर्सला | 11 | 3 | 31 | 01 | 12 | 0 | 25 | 02 |
जीएसवीएम | 93 | 13 | 328 | 07 | 79 | 01 | 276 | 11 |