Dengue Cases in Kanpur: डेंगू के 11 नए केस, अब तक 360 में पुष्टि, जानिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र काे ताजा आंकड़े
सीएमओ डा. नैपाल सिंह के मुताबिक डेंगू के 318 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 42 सक्रिय केस बचे हैं। शहरी क्षेत्र के मेडिकल कालेज तिवारीपुर गंगागंज रोशन नगर एवं काकोरी में एक-एक पीडि़त मिला है। वहीं बिल्हौर के बेदीपुर जयप्रकाश नगर गदनपुर व नासिरापुर में एक-एक मरीज मिला है।
कानपुर, जेएनएन। जिले में डेंगू का कहर थमता नजर नहीं आ रहा है, लगातार पीडि़त सामने आ रहे हैं। बुधवार को 11 और पीडि़तों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब जिले में डेंगू मरीजों की संख्या 360 हो गई है, जिसमें ग्रामीण अंचल के 278 व शहरी क्षेत्र के 82 हैं।
सीएमओ डा. नैपाल सिंह के मुताबिक डेंगू के 318 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 42 सक्रिय केस बचे हैं। शहरी क्षेत्र के मेडिकल कालेज, तिवारीपुर, गंगागंज, रोशन नगर एवं काकोरी में एक-एक पीडि़त मिला है। वहीं, बिल्हौर के बेदीपुर, जयप्रकाश नगर, गदनपुर व नासिरापुर में एक-एक, सरसौल के मदारीपुर में एक और ककवन के चंद्रपुर में एक मरीज में डेंगू की पुष्टि हुई है।
दूसरे राज्यों से आने वालों की होगी कोरोना की जांच : दूसरे राज्यों में कार्यरत लोग त्योहार में घर लौटने लगे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों को सजगता और सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं। इसके तहत दूसरे राज्यों से आने वाले हर व्यक्ति की कोरोना की जांच कराई जाएगी। इसके लिए शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों की निगरानी समितियों को सक्रिय कर दिया गया है। गांवों में पहले आ चुके लोगों की सूची बनाने का निर्देश अपर निदेशक ििचकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने दिए हैं। उस सूची सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) को देकर कोरोना की जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही रेलवे स्टेशन एवं बस अड्डे में भी जांच कराने के आदेश दिए हैं।
अपर निदेशक डा. जीके मिश्रा ने बताया कि त्योहारों में लोग अपने-अपने घर लौटने लगे हैं। खासकर वैसे प्रांत जहां कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है, उनमें महाराष्ट, केरल, तामिलाडु, कर्नाटक और नार्थ ईस्ट के मिजोरम एवं मणिपुर में कोरोना के केस लगातार मिल रहे हैं। इसलिए दूसरे राज्यों से आ चुके लोगों की सूची बनाने के निर्देश दिए गए हैं। यह कार्य निगरानी समितियां करेंगी, जो सूची बनाकर सीएचसी प्रभारियों को देंगी। उसके बाद रैपिड रिस्पांस टीमें जाकर उनकी आरटीपीसीआर जांच कराएंगी। इसी तरह शहर के सभी प्रवेश द्वार में ऐसे ही व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। ताकि त्योहारों के दौरान किसी प्रकार की चूक न होने पाए।