जीएसटी की दरें बढ़ाने के विरोध में 10 दिसंबर को होगा प्रदर्शन, कानपुर में बोले बनवारी लाल कंछल
कानपुर में फूलबाग स्थित यूनियन क्लब में प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक करने आए बनवारी लाल कंछल ने कहा कि जीएसटी की दरें बढ़ाए जाने के विरोध में 10 दिसंबर से सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही 10 दिसंबर को राजभवन में प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कपड़े और जूते, चप्पल पर जीएसटी की दर पांच से 12 फीसद करने का असर आम जनता पर पड़ेगा और उसे महंगाई का सामना करना पड़ेगा। आम आदमी जो कपड़े और जूते, चप्पल खरीदेंगे, उन्हें उसकी ज्यादा कीमत देनी होगी। यह बात रविवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष बनवारी लाल कंछल, वरिष्ठ महामंत्री रमेश अग्रहरि, महामंत्री अमरनाथ मिश्रा ने जागरण डॉट कॉम से बातचीत में कही। कानपुर में फूलबाग स्थित यूनियन क्लब में प्रांतीय कार्यसमिति की बैठक करने आए बनवारी लाल कंछल ने कहा कि जीएसटी की दरें बढ़ाए जाने के विरोध में 10 दिसंबर से सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही 10 दिसंबर को राजभवन में प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि वह 29 नवंबर को दिल्ली जा रहे हैं, वहां 30 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ज्ञापन देकर जीएसटी की दर वापस करने की बात कहेंगे। संगठन के महामंत्री अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि जीएसटी की दरें वापस लेने के लिए हर संभव संघर्ष किया जाएगा और इसे वापस कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा के कानून में प्रतिष्ठान और गोदाम का अलग-अलग आनलाइन पंजीयन कराया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि विभागीय अधिकारी बिना सुविधा शुल्क लिए पंजीयन नहीं करते। इसलिए प्रतिष्ठान के साथ ही गोदामों का पंजीयन भी जोड़ा जाए ताकि बार-बार सुविधा शुल्क ना देना पड़े।
उन्होंने बताया कि 2023 में संगठन के 50 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं। ऐसे में सभी जनपदों में स्वर्ण जयंती सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसमें तहसील स्तर तक कार्यक्रम होंगे। उस समय प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री प्रदेश के सभी जिलों का दौरा करेंगे। बनवारी लाल कंछल के मुताबिक वह खुद जिलों में दो दिन रुक कर तहसील स्तर पर होने वाले सम्मेलन करेंगे। इस दौरान हर बाजार में यात्रा निकाली जाएगी।
विधानसभा चुनाव के संबंध में उन्होंने कहा कि संगठन ने कभी अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। जो राजनीतिक दल व्यापारी को प्रत्याशी बनाएगा, पार्टी उस सीट पर उसके साथ रहेगी लेकिन किसी भी दल को समर्थन नहीं करेगी।