कानपुर में समाजवादी व्यापार सभा का प्रदर्शन, कपड़े और जूतों पर जीएसटी दर बढ़ने पर जलाई प्रतियां

व्यापारियों ने कहा कि इससे कपड़े व जूतों की कीमतें बढ़ जाएंगी। महंगाई के दौर में बढे टैक्स की वजह से अब कपड़े व जूते भी आम जनता की पहुंच से दूर होने वाले हैं। प्रदेश महासचिव व कानपुर ग्रामीण अध्यक्ष विनय कुमार के नेतृत्व में व्यापारियों ने नारेबाजी की।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 05:34 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 05:34 PM (IST)
कानपुर में समाजवादी व्यापार सभा का प्रदर्शन, कपड़े और जूतों पर जीएसटी दर बढ़ने पर जलाई प्रतियां
कानपुर में महंगाई के विरुद्ध प्रदर्शन करते हुए व्यापारी।

कानपुर, जागरण संवाददाता। कपड़े और जूतों पर जीएसटी की दर बढ़ाने के विरोध में समाजवादी व्यापार सभा ने शुक्रवार को वाणिज्य कर कार्यालय के बाहर जीएसटी की प्रतियां फूंकी। व्यापारियों ने कहा कि एक हजार रुपये से कम के रेडीमेड कपड़े और जूतों पर टैक्स बढ़ाने का प्रभाव सीधे जनता पर पड़ेगा।

व्यापारियों ने लखनपुर स्थित वाणिज्य कर कार्यालय के बाहर कपड़ों व जूतों को माला व अगरबत्ती दिखाते हुए सांकेतिक श्रद्धांजलि दी। इसके बाद अधिसूचना की प्रतियों को जलाया। व्यापारियों ने कहा कि इससे कपड़े व जूतों की कीमतें बढ़ जाएंगी। महंगाई के दौर में बढे टैक्स की वजह से अब कपड़े व जूते भी आम जनता की पहुंच से दूर होने वाले हैं। प्रदेश महासचिव अभिमन्यु गुप्ता व कानपुर ग्रामीण अध्यक्ष विनय कुमार के नेतृत्व में व्यापारियों ने नारेबाजी की। व्यापारियों ने कहा कि कपड़े व फुटवियर पर जीएसटी बढ़ाने को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है। नए साल में मंहगाई और बढ़ेगी।

अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि पहले ही कानपुर में चमड़ा और कपड़ा उद्योग भाजपा सरकार की नीतियों की वजह से ठप हो चुका है। परेशान कपड़ा और फुटवियर व्यापारियों की मुश्किलें और बढ़ेंगी। कपड़े व फुटवियर पर जीएसटी की दर पांच फीसद से बढ़ाकर 12 फीसद कर दी गई है। इसकी वजह से कपड़े, कम्बल, पर्दे, सुतली के नुकीले जाल, रस्सी, तिरपाल, शामियाना, जूते सभी सामान मंहगे हो जाएंगे।

कानपुर ग्रामीण अध्यक्ष विनय कुमार ने कहा की महंगाई बढ़ने से टैक्स कलेक्शन बढ रहा है जिसको सरकार अपनी उपलब्धि बता रही है। कृपाशंकर त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा की सरकार को तो कच्चे माल पर जीएसटी कम कर व्यापारियों को राहत देनी चाहिए। मांग की गई की बढ़े टैक्स का नोटिफिकेशन वापस लिया जाए।  इस दौरान उपाध्यक्ष आज़ाद खान, हरप्रीत भटिया लवली, संजय बिस्वारी, सौरभ त्रिवेदी, मोहित गुप्ता, सौरभ अग्रवाल, अमित केसरवानी, शुभ गुप्ता, छोटे अली, शुभम गुप्ता, सुभाष गुप्ता, नीरज वर्मा, राम विलास शर्मा, इनमूलन सिद्दीकी, मोहम्मद अली रहे।

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