कानपुर में कागजों पर ठीक चल रहे डीप फिजर जरूरत पडऩे पर निकले खराब, अधिकारी दे रहे ये तर्क

नगर निगम ने जनता की सहूलियत के लिए पांच साल पहले हर जोन के लिए छह डीप फीजर खरीदे थे लेकिन रखरखाव न होने के कारण कुछ ही साल में खराब हो गए। जरूरत नहीं होने पर खराब पड़े डीप फीजर के बारे में किसी को पता नहीं था।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 10:51 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 10:51 AM (IST)
कानपुर में कागजों पर ठीक चल रहे डीप फिजर जरूरत पडऩे पर निकले खराब, अधिकारी दे रहे ये तर्क
नगर निगम के अधिकारियों की यह लापरवाही सामने आई

कानपुर, जेएनएन। कोरोना के कहर ने नगर निगम की व्यवस्था की पोल खोद दी। जरूरत के समय नगर निगम में रखे डेड बॉडी डीप फीजर खराब पड़े हैं। जनता महंगे दामों पर किराया देकर डीप फीजर लेने को मजबूर है। चार-चार हजार रुपये किराए पर डीप फीजर मिल रहे हैं। नगर निगम ने जनता की सहूलियत के लिए पांच साल पहले हर जोन के लिए छह डीप फीजर खरीदे थे, लेकिन रखरखाव न होने के कारण कुछ ही साल में खराब हो गए। जरूरत नहीं होने पर खराब पड़े डीप फीजर के बारे में किसी को पता नहीं था। कोरोना काल में जब लोगों को इसकी जरूरत पड़ी तो नगर निगम के अधिकारियों की यह लापरवाही सामने आई।

केस-1: ग्वालटोली के मोहित ने बताया कि अपने पिता के निधन के समय डीप फीजर लेने नगर निगम गया तो पता चला कि वह खराब पड़े हैं। बाहर से चार हजार रुपये देकर एक रात के लिए डीप फीजर लेना पड़ा। केस-2: गोविंद नगर के गुड्डू शुक्ला ने बताया कि माता के निधन पर रात में डीपी फीजर की जरूरत पड़ी तो साढ़े चार हजार रुपये देकर किराए पर डीपी फीजर लिया।

    इनका ये है कहना  बंद पड़े डीप फीजरों को केयर टेकर के माध्यम से ठीक कराया जाएगा। स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।

                                                                         आरके पाल, मुख्य अभियंता यांत्रिक, नगर निगम 

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