कानपुर में डेढ़ किलोमीटर के मार्ग बने कट हादसों को दे रहे दावत, आवगमन भी होता प्रभावित

ब्लैक स्पॉट की ओर न तो थाना पुलिस ध्यान दे रही न ही अब तक यातायात पुलिस ने अब तक कोई ठोस कदम उठाया है। जीटी रोड पर अफीमकोठी चौराहे से जरीब चौकी के बीच अनवरगंज स्टेशन देव नगर आचार्य नगर गुंजन सिनेमा के पास समेत सात कट बने हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 27 Jan 2021 01:26 PM (IST) Updated:Wed, 27 Jan 2021 01:26 PM (IST)
कानपुर में डेढ़ किलोमीटर के मार्ग बने कट हादसों को दे रहे दावत, आवगमन भी होता प्रभावित
विपरीत लेन से आने वालों से टकरा जाते हैं वाहन।

कानपुर, जेएनएन। अफीमकोठी से जरीब चौकी चौराहे के बीच करीब डेढ़ किलोमीटर की दूरी है। दोनों चौराहों के बीच करीब सात स्थानों पर कट बने हैं। जो हादसों को दावत देते हैं। जीटी रोड होने के चलते रोडवेज बस और भार वाहनों की दिनभर आवाजाही के साथ यहां यातायात का दबाव अधिक रहता है। कब दो पहिया वाहन किस कट से निकल आए पता नहीं चलता। पहले निकलने के चक्कर में अक्सर दो पहिया वाहन सवार विपरीत लेन से निकलने में हादसे का शिकार होते हैं। तैयार हो रहे ब्लैक स्पॉट की ओर न तो थाना पुलिस ध्यान दे रही न ही अब तक यातायात पुलिस ने अब तक कोई ठोस कदम उठाया है। जीटी रोड पर अफीमकोठी चौराहे से जरीब चौकी के बीच अनवरगंज स्टेशन, देव नगर, आचार्य नगर, गुंजन सिनेमा के पास समेत कुल सात कट बने हैं। पास में पी-रोड, सीसामऊ बाजार, कोपरगंज लकड़मंडी आदि स्थानों में भार वाहनों की आवाजाही रहती है। फर्रूखाबाद रूट की रोडवेज बसें भी इसी जीटी रोड से गुजरती हैं। जिससे यहां हल्के और भारी वाहनों का दबाव काफी अधिक रहता है। लोग एक से दूसरी लेन में जाने के लिए कट का इस्तेमाल करते हैं। रफ्तार और यातायात के दबाव के बीच किस कट से वाहन निकल आए पता नहीं चलता। अचानक कट से निकलने वाले वाहन विपरीत लेन से आने वाले वाहनों से टकराते हैं। 

स्थानीय लोगों का ये है कहना 

स्थानीय निवासी निजामुद्दीन, ओंकार, कमलेश व दीपक ने बताया कि दोनों चौराहे के बीच प्रतिदिन दो से तीन हादसे होते हैं। इसके बाद भी यहां बने कट को बंद कराने के लिए न तो थाना और न ही यातायात पुलिस ने जहमत उठाई है। लोगों ने बताया कि जीटी रोड पर यातायात का दबाव बढ़ने पर एक लेन का यातायात रुकता है तो वाहन सवार दूसरी लेन से वाहन निकाल कर उल्टी चाल चलते हैं। उल्टी चाल दूसरे वाहन चालकों पर भारी पड़ती है। जिससे यातायात उलझता है और दूसरी लेन में भी जाम की स्थिति बन जाती है। जीटी रोड के कट अक्सर जाम का बड़ा कारण बन जाते हैं। 

इनका ये है कहना 

 दोनों चौराहों पर यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती रहती है जो चौराहों का संचालन करते हैं। कट बंद कराने के लिए स्थलीय निरीक्षण कर कटों को चिह्नित करेंगे। जहां अधिक हादसे वाले कट बंद कराए जाएंगे। - बसंत लाल, एसपी ट्रैफिक

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