रात एक बजे लद्​दाख से मवईया गांव पहुंचा कन्नौज के लाल का पार्थिव शरीर

शुक्रवार सुबह सेना के अफसर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से शहीद का पार्थिव शरीर लेकर गांव पहुंचे अंतिम दर्शन को तड़के ही गांव में ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी फतेहगढ़ सिखलाई रेजीमेंट के सूबेदार प्रेम सिंह नायक शमशेर सिंह जसवीर सिंह जगदेव सिंह रणदीप सिंह संदीप सिंह कुलिंदर सिंह सलामी देंगे

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 12:31 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 12:31 PM (IST)
रात एक बजे लद्​दाख से मवईया गांव पहुंचा कन्नौज के लाल का पार्थिव शरीर
बेटे का पार्थिव शरीर देखकर रोते पिता और उन्हें सांत्वना देता ग्रामीण

कन्नौज, जेएनएन। लद्दाख में शहीद हुए जवान का पार्थिव शरीर गुरुवार देर रात एक बजे पैतृक गांव पहुंचा। गांव में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। ठठिया थाना क्षेत्र के सरसई ग्राम पंचायत के मवईया गांव निवासी रामरतन शुक्ला के बेटे गोपाल बाबू शुक्ला लद्दाख में तैनात थे। 22 सितंबर की रात वह शहीद हो गए। बुधवार सुबह गोपाल बाबू के छोटे भाई हरिओम के मोबाइल पर कंपनी के सीओ ने सूचना दी थी। शुक्रवार सुबह सेना के अफसर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे से शहीद का पार्थिव शरीर लेकर गांव पहुंचे थे। जवान के अंतिम दर्शन को तड़के ही गांव में ग्रामीणों की भीड़ जुटने लगी थी। इस दौरान सभी की आंखें नम दिख रहीं थीं। शहीद गोपाल के एक वर्षीय बेटी अनमोल है अौर उनके पिता रामरतन शुक्ला खेतीबाड़ी करते हैं। मां पुष्पा देवी घर पर रहती हैं। बड़े भाई गोविंद शुक्ला उरई में शिक्षक पद पर तैनात हैं। छोटे भाई हरिओम घर पर रहते और मां-पिता व परिवार की देखभाल करते हैं।

ऐसा था घर का माहौल

शहीद गोपाल के स्वजनों को रोता देखा कोई अपनी आंखों से बहने वाले आंसू रोक नहीं पा रहा था। गोपाल बाबू के पार्थिव शरीर को देखकर मां पुष्पा देवी आैर पत्नी आरजू बेहोश हो गईं। लद्दाख से नायब सूबेदार राजीव कुमार और नायक कौशलेंद्र पार्थिव शरीर लेकर गांव पहुंचे थे। फतेहगढ़ सिखलाई रेजीमेंट के सूबेदार प्रेम सिंह, नायक शमशेर सिंह, जसवीर सिंह, जगदेव सिंह, रणदीप सिंह, संदीप सिंह, कुलिंदर सिंह सलामी देंगे।

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