गंगाजल के भारी तत्वों की अधिक मात्रा से किडनी व पत्तेदार सब्जियों को नुकसान

सीएसजेएमयू के शोध परीक्षण में सामने आया निष्कर्ष, नौ स्थानों के नमूनों में मानक से कई गुना अधिक मात्रा।

By Edited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 01:40 AM (IST) Updated:Sun, 18 Nov 2018 11:22 AM (IST)
गंगाजल के भारी तत्वों की अधिक मात्रा से किडनी व पत्तेदार सब्जियों को नुकसान
गंगाजल के भारी तत्वों की अधिक मात्रा से किडनी व पत्तेदार सब्जियों को नुकसान
कानपुर (जागरण स्पेशल)। गंगा में बढ़ते प्रदूषण का दुष्परिणाम सेहत के साथ ही फसलों पर भी नजर आने लगा है। गंगाजल में मौजूद भारी तत्वों की अधिक मात्रा से किडनी प्रभावित हो रही है, पत्तेदार सब्जियों की फसल को भी नुकसान पहुंच रहा है। इनको खाने से आमजन का इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो रहा है।
छत्रपति शाहू जी महाराज विवि के बायोसाइंस एंड बायोटेक्नोलॉजी विभाग के छात्र-छात्राओं और प्रोफेसरों के शोध परीक्षण के बाद तैयार रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। निदेशक डॉ.शाश्वत कटियार ने बताया कि विभाग की ओर से गंगा से जुड़े नौ अलग-अलग स्थानों पर पानी के नमूने लिए गए। तीन चरणों में इनका परीक्षण किया गया। नमूनों में भारी तत्वों की मात्रा मानक से कई गुना ज्यादा पाई गई है।
इससे जहां लोगों की किडनी खराब हो रही है, वहीं गंगा किनारे पालक और पत्तागोभी समेत अन्य पत्तेदार सब्जियों की फसलों पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। कैडमियम व लेड की मात्रा कई गुना ज्यादा रिपोर्ट में कैडमियम, निकिल व लेड की मात्रा मानक से कई गुना अधिक निकली है।
कैडमियम की मात्रा
मेहंदीघाट, कन्नौज 0.005 नानमऊ 0.004 शिवराजपुर 0.004 बिठूर 0.004 गंगा बैराज 0.004 परमट 0.004 शुक्लागंज 0.002 जाजमऊ 0.004 वाजिदपुर 0.004 (मात्रा मिग्रा प्रति लीटर में मापी गई है।)
लेड की मात्रा
मेहंदीघाट, कन्नौज 0.819 नानमऊ 0.109 शिवराजपुर 0.613 बिठूर 0.624 गंगा बैराज 0.728 परमट 0.433 शुक्लागंज 0.634 जाजमऊ 0.644 वाजिदपुर 0.839 (मात्रा मिग्रा प्रति लीटर में मापी गई है।)
डब्ल्यूएचओ के मानक
-कैडमियम की मात्रा : 0.003 मिग्रा प्रति लीटर
-लेड की मात्रा : 0.01 मिग्रा प्रति लीटर
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