Cyber Hackers: आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से जुड़े हैं साइबर ठगी के तार, पुलिस के रडार पर बैंक एजेंट
साइबर ठगों ने रेडमिल बिजनेस माल कंपनी के पेमेंट गेट-वे का इस्तेमाल करके ग्राहकों के खातों से रकम निकाली थी। रायपुरवा पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच टीम की जांच में आंध्र प्रदेश और तमिलनाड़ के बैंक एजेंट की जानकारी मिली है।
कानपुर, जेएनएन। रायपुरवा की रेडमिल बिजनेस माल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पेमेंट गेट-वे का इस्तेमाल करके ग्राहकों के खातों से 14.12 लाख रुपये निकालने वाले साइबर अपराधी आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु के रहने वाले हैं। उन्होंने वहीं के तमाम खातेदारों को अपना शिकार बनाया है। कंपनी से खातेदारों का ब्योरा लेने के बाद अब जल्द ही पुलिस टीम दोनों राज्यों में भेजी जाएगी।
कंपनी के अधिकृत लीगल अफसर नवीन खेराजनी ने पिछले माह रायपुरवा थाने में धोखाधड़ी और आइटी एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था। तहरीर के मुताबिक कंपनी की ओर से रेडमिल बिजनेस माल नाम से एप्लीकेशन (एप) संचालित होता है। इस एप के जरिए कंपनी ग्राहकों को आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) से बैंकिंग और मनी ट्रांसफर की सुविधा पूरे भारत में उपलब्ध कराती है। कंपनी का एप डाउनलोड करके लोग बिजनेस कोरस्पोंडेंट (एजेंट) बनते हैं और ग्राहकों को उनके खातों से रकम निकासी की सुविधा उपलब्ध कराते हैं। साइबर अपराधियों ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, केयर फार लाइफ चैरीटेबल ट्रस्ट व श्री सिद्धि विनायक गणपति टेंपल ट्रस्ट के नाम से फर्जी आइडी पर कंपनी में रजिस्ट्रेशन कराया था और बिजनेस कोरस्पोंडेंट बनकर 400 से ज्यादा ग्राहकों के आधार कार्ड, थंब इंप्रेशन की मदद से उनके खातों से 18 मई 2021 से 15 जून 2021 के बीच 14.12 लाख रुपये निकाल लिए थे।
पीडि़तों की शिकायत पर उनके बैंक अधिकारियों ने रेडमिल कंपनी के खाते से संबंधित यस बैंक से संपर्क किया था। इसके बाद यस बैंक ने कंपनी के खाते से पूरी रकम वापस पीडि़तों के खातों में लौटाई थी। अनवरगंज एसीपी मो. अकमल खान ने बताया कि कंपनी से खातेदारों के साथ ही संदिग्ध आरोपितों का आइपी एड्रेस व अन्य ब्योरा मांगा गया है। जांच के लिए टीम आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु भेजी जाएगी।