कानपुर में साइबर ठगाें से निपटना बना चुनौती, बीमा राशि ट्रांसफर करने का झांसा देकर निकाली रकम

नलिनी सिंह के मुताबिक 13 अक्टूबर को अन्जान नंबर से उनके पास फोन आया। काल करने वाले ने खुद को एलआइसी का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि आपके पापा आत्मप्रकाश सिंह के खाते में एलआइसी का 25 हजार रुपये आया है। उनका खाता काम नहीं कर रहा है।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:53 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 07:30 AM (IST)
कानपुर में साइबर ठगाें से निपटना बना चुनौती, बीमा राशि ट्रांसफर करने का झांसा देकर निकाली रकम
साइबर ठगी की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। बीमा राशि का आनलाइन भुगतान करने का झांसा देकर साइबर ठगों ने अशोक नगर निवासी नलिनी ङ्क्षसह के खाते से 10 हजार रुपये निकाल लिए। पीडि़ता ने नजीराबाद थाने में मुकदमा लिखाया है। 

नलिनी सिंह के मुताबिक 13 अक्टूबर को अन्जान नंबर से उनके पास फोन आया। काल करने वाले ने खुद को एलआइसी का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि आपके पापा आत्मप्रकाश सिंह के खाते में एलआइसी का 25 हजार रुपये आया है। उनका खाता काम नहीं कर रहा है। उन्होंने आपका नंबर दिया है। इसके बाद आरोपित ने फोन-पे एप डाउनलोड कराया और कहा कि फोन-पे के जरिए पैसा ट्रांसफर होगा। एप डाउनलोड करने पर नलिनी को खाते में 25 हजार रुपये आने का स्क्रीनशाट दिखा, लेकिन रकम नहीं आई थी। इसी बीच नलिनी के खाते से 10390 रुपये निकल गए। थाना प्रभारी ने बताया कि साइबर सेल की मदद से जांच की जा रही है।

केवाइसी अपडेट करने का झांसा देकर निकाले 21 हजार: अर्मापुर एस्टेट में रहने वाले रमेश यादव के खाते से साइबर ठगों ने करीब 21 हजार रुपये पार कर दिए। ठगों ने फोन करके उन्हें मोबाइल नंबर की केवाइसी अपडेट करने का झांसा दिया और खाते का ब्योरा ले लिया था। मूलरूप से नार्थ दिल्ली के संत नगर निवासी रमेश यादव की तहरीर के मुताबिक 12 अक्टूबर को सुबह 11 बजे उनके फोन पर दो अन्जान नंबरों से मैसेज आए, जिसमें मोबाइल नंबर की केवाइसी अपडेट कराने की बात लिखी थी। रमेश ने एक नंबर पर फोन मिलाया तो काल रिसीव करने वाले ने 10 रुपये का रीचार्ज करने के लिए कहा। इसके बाद आरोपित ने डेबिट कार्ड का नंबर और सीवीवी कोड पूछकर खाते से 21 हजार रुपये निकाल लिए। 

chat bot
आपका साथी