बारिश ने रोका स्कूलों-कालेजों में पठन-पाठन, विश्वविद्यालय में पीएचडी के साक्षात्कार आनलाइन

मौसम में बदलाव और दो दिन से जारी बारिश के चलते छत्रपति शाहूजी महाराज में पढ़ाई रोक दी गई और पीएचडी के साक्षात्कार आनलाइन कराने का फैसला लिया गया है। कुलसचिव ने मौसम देखते हुए शनिवार के बाबत निर्णय लेने की बात कही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 10:58 AM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 10:58 AM (IST)
बारिश ने रोका स्कूलों-कालेजों में पठन-पाठन, विश्वविद्यालय में पीएचडी के साक्षात्कार आनलाइन
कानपुर के विश्वविद्यालय में पढ़ाई रोकी ।

कानपुर, जेएनएन। मौसम में आए बदलाव और दो दिन से जारी बारिश से जन-जीवन अस्तव्यस्त होने को देखते हुए छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में पठन पाठन रोकने का फैसला लिया गया है। हालांकि पीएचडी साक्षात्कार आनलाइन कराने और शिक्षकों को विश्वविद्यालय बुलाया गया है। गुरुवार कोपूरे दिन बारिश के बाद लखनऊ समेत कई अन्य जिलों में शिक्षण संस्थान में पढ़ाई बंद करा दी गई थी, वहीं शासन के आदेश पर सभी स्कूल-कालेज बंद कर दिए गए हैं।

बारिश तेज होने पर गुरुवार देर शाम तक छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में पढ़ाई को लेकर कोई फैसला लेने के लिए ऊहापोह की स्थिति रही। शुक्रवार की सुबह विवि के प्रशासनिक अफसरों ने अचानक कैंपस में शिक्षण कार्य बंद करने व पीएचडी के साक्षात्कार आनलाइन कराने का फैसला कर दिया। विवि की वेबसाइट पर छात्रों को साक्षात्कार का लिंक उपलब्ध कराने के निर्देश आनन-फानन जारी हो गए। ऐसी स्थिति में अन्य शहरों से साक्षात्कार देने शहर आए छात्र-छात्राएं परेशान हो गए। उन्होंने विवि में प्रशासनिक अफसरों से फोन कर साक्षात्कार की जानकारी मांगी। विवि में डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट डा.वर्षा गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को वाणिज्य, इतिहास, राजनीति विज्ञान समेत अन्य विषयों के साक्षात्कार होने थे। हालांकि, बारिश को देखते हुए कुलसचिव के आदेश पर साक्षात्कार आनलाइन कराने का निर्णय लिया गया। साथ ही सभी कैंडिडेट को काल व मैसेज से यह जानकारी दी गई। उन्होंने बताया सुबह 10.30 बजे से साक्षात्कार शुरू होंगे।

शनिवार को फिर से करेंगे फैसला: सीएसजेएमयू के कुलसचिव डा.अनिल यादव ने बताया कि शुक्रवार को कैंपस में शिक्षण कार्य पूरी तरह से बंद रहेगा। हालांकि शिक्षकों व कर्मियों को बुलाया गया है। वहीं, शनिवार को मौसम की स्थिति देखने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। इस संबंध में कुलपति को पूरी जानकारी दी गई है।

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