देश के लिए नजीर बना सीएसजेएमयू का आत्मनिर्भर कानपुर
लॉकडाउन में कामकाज छोड़कर आए प्रवासी कामगारों का तैयार किया गया है डाटा बेस
जागरण संवाददाता, कानपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर अभियान के तहत छत्रपति शाहू जी महाराज विवि (सीएसजेएमयू) का आत्मनिर्भर कानपुर अभियान देश के विश्वविद्यालयों के लिए नजीर बन गया है। लॉकडाउन में अपना कामकाज छोड़कर आए प्रवासी कागमारों को दोबारा रोजगार से जोड़ने के लिए विवि ने उनका डाटा बेस तैयार किया है। तीन हजार कामगारों का डाटा बेस बनाया गया है। नई शिक्षा नीति में आत्मनिर्भरता को प्रमुखता से शामिल किया गया है। इसको ध्यान में रखते हुए विवि ने आत्मनिर्भर कानपुर की रूपरेखा बनाते हुए इसकी शुरुआत की है। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने इस अभियान को लेकर प्रजेंटेशन दिया।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में रोजगारपरक कोर्स शुरू कराए गए हैं। फैशन टेक्नोलॉजी व इंजीनियरिग डिजायनिंग जैसे रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ इसकी शुरुआत हो चुकी है। अब स्नातक के कोर्स में बदलाव करके उसे समृद्ध बनाया जाएगा। सत्र 2021 से वह भी तकनीकी व व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अतुल कोठारी ने कहा कि सीएसजेएमयू के आत्मनिर्भर कानपुर का यह मॉडल देश के सभी विश्वविद्यालयों में लागू होने से कामगारों को रोजगार से जुड़ने का अवसर मिलेंगे। शिक्षण संस्थानों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने भी यही दिशा दिखाई है। इस कार्यक्रम में सीएसजेएमयू के अलावा देश के अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपति ने भी भाग लिया।