CSJMU Kanpur देगा परीक्षा के लिए डिजिटल प्लेटफाॅर्म, मेडिकल-इंजीनियरिंग और प्रोफेशनल कोर्स से होगी शुरुआत
छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कोविड-19 के चलते डिजिटल एग्जामिनेशन सिस्टम तैयार कर रहा है । इसमें मेडिकल इंजीनियरिंग व प्रोफेशनल कोर्स सेमेस्टर परीक्षाओं से शुरुआत की जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन से रूपरेखा तैयार कर ली है ।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना काल में पठन पाठन के साथ परीक्षा प्रणाली में भी बड़ा बदलाव आया है। अनलाॅक के बीच शहर कई स्कूल से लेकर काॅलेजों में ऑनलाइन टेस्ट व परीक्षाएं हुईं। इनमें छात्रों का सत्र नियमित रहा जिससे उन्हें राहत मिली। अभिभावकों की चिंता भी दूर हुई कि उनके बच्चा इस संक्रमण से दूर रहा और उसकी पढ़ाई कोरोना काल में प्रभावित नहीं रही। इसका अध्ययन करने के बाद अब छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) अब उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं की परीक्षाओं के लिए ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से रूपरेखा तैयार कर ली है।
कोविड-19 के चलते विश्वविद्यालय परिसर में एग्जामिनेशन सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इसके जरिए शुरूआत में मेडिकल, इंजीनियरिंग व प्रोफेशनल कोर्स के छात्र छात्राओं की सेमेस्टर परीक्षाएं होंगी। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षाएं भी डिजिटल फाॅर्मेट में आयोजित की जाएंगी।
एक बार में विश्वविद्यालय परिसर में संचालित 25 से अधिक प्रोफेशनल कोर्स की पढ़ाई करने वाले दो से तीन हजार छात्र छात्राएं इस सिस्टम के माध्यम से एक साथ परीक्षा दे सकेंगे। यह प्रणाली सफल होने के बाद डिग्री काॅलेजों के लिए भी एक ऐसा सिस्टम बनाया जाएगा जिससे उनके छात्रों को भी जोड़ा जा सके। इसके लिए परीक्षा के शेड्यूल को इस प्रकार तैयार किया जाएगा जिससे ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली में छात्र संख्या का दबाव न रहे।
प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिकाओं का झंझट नहीं
सीएसजेएमयू कुलसचिव डाॅ. अनिल कुमार यादव ने बताया कि विश्वविद्यालय में ई-गवर्नेंस लागू हो चुका है। डिग्री, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, मार्कशीट व काॅलेजों की संबद्धता समेत ज्यादातर काम ऑनलाइन होने लगे हैं जिससे छात्र व काॅलेज प्रबंधन का तांता अब नहीं लगता। इससे एक कदम आगे बढ़कर अब परीक्षाएं भी ऑनलाइन कराए जाने की तैयारी है। इससे प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाओं की जरूरत खत्म हो जाएगी। छात्र अपना प्रश्न पत्र कंप्यूटर स्क्रीन पर देखकर उत्तर दे सकेंगे। इसके लिए क्लाइंट सर्वर का इस्तेमाल किया जाएगा। विश्वविद्यालय के परीक्षा केंद्र में यह सेटअप लगवाया जा रहा है। इस सेटअप से कई कंप्यूटर जोड़े जाएंगे।